Saturday, July 27, 2024
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Diesel Engine : आखिर बस-ट्रक में डीजल इंजन ही क्‍यों लगे होते है? जानें – इसके पीछे की वजह…

Diesel Engine : लोगों का कहना है कि पेट्रोल इंजन जिन गाड़ियों में होता है वह ज्यादा पावरफुल होती है, लेकिन जब ज्यादा वजन ले जाने की बात आती है तो उन गाड़ियों में डीजल इंजन ही लगाया जाता है। आपने सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों होता है?

बस, ट्रक, ट्रेन और समुद्र में चलने वाले विशाल जहाजों में भी डीजल इंजन का ही इस्तेमाल क्यों होता है? समुद्री जहाज का इंजन लगभग 1 लाख हॉर्स पावर का होता है। हालांकि ऑनलाइन प्लेटफार्म पर भी इस बारे में सवाल किया गया जिसका जवाब जानकार आप हैरान रह जाएंगे?

इसके पीछे 2 कारण बताये जाते है क्योंकि पेट्रोल और डीजल दोनों ही कच्चे तेल से बनाए जाते है। पेट्रोल हल्का होता है जबकि डीजल भारी होता है। लेकिन डीजल इंजन, पेट्रोल इंजन की तुलना में 50% ज्यादा दक्ष (Efficiency) होता है। दक्ष मतलब ज्‍यादा कार्य करने की क्षमता वाला। यदि 40 हार्सपावर का पेट्रोल इंजन 8 लीटर तेल में 40 मिनट चलता है तो उतने ही तेल में डीजल इंजन 60 मिनट तक चल जाएगा। इससे विदेशी मुद्रा यानी तेल की बचत होती है।

ज्यादा ताकतवर होना

दूसरा कारण है ताकतवर होना। डीजल हवा को 25-30 गुना प्रेशर करता है जबकि पेट्रोल 12-13 गुना ही प्रेशर करता है। ऐसे में डीजल को इस तरह बनाया जाता है कि केवल हवा को दबाया जा सके। जबकि पेट्रोल इंजन में पेट्रोल और हवा का मिश्रण दबाया जाता है।

ऐसे में अगर आप पेट्रोल को ज्यादा प्रेशर देंगे तो वह एक सीमा के बाद जलने लगेगा। ऐसे में आपने कई बार बाइक में पट-पट की आवाज सुनी होगी जो इसी कारण आती है। इसे कम करने के लिए एक कंपाउंड डाला जाता है, इसलिए डीजल 1 लाख हॉर्स पावर तक बन सकता है जबकि पेट्रोल इंजन 2000 हॉर्स पावर से ज्यादा नहीं होता।

डीजल को जलाना ज्यादा मुश्किल

इसके अलावा पेट्रोल को जलाना आसान है जबकि डीजल मुश्किल से जलता है। इसलिए सिलेंडर में ज्यादा हवा देने के लिए ज्यादा प्रेशर देना होता है जो डीजल इंजन में ही संभव है। क्योंकि इसका प्रेशर पेट्रोल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा होता है। इसलिए कंप्रेशर नहीं टूटता और ज्यादा वजन आसानी से ले जाया जा सकता है।

इसलिए बाइक और स्कूटर में कम प्रेशर की जरूरत होने पर पेट्रोल इंजन काम में लिया जाता है। पेट्रोल इंजन का rpm ज्यादा होने के कारण यह जल्दी खराब होता है और डीजल इंजन का rpm कम होता है इसलिए ये ज्यादा चलता है। वहीं आपको बता दें कि रेल का इंजन करीब 36 साल तक चल सकता है।

Durga Partap

दुर्गा प्रताप पिछले 1 सालों से बतौर Editor में के रूप में thebegusarai.in से जुड़े। इन्हें बिजनेस, ऑटोमोबाइल्स और खेल जगत से जुड़ी खबरे को गहराई से लिखने में काफी दिलचस्पी है। पिछले 5 साल से वह कई समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में लगातार योगदान देते रहे हैं। दुर्गा ने MDSU से BCA की पढ़ाई पूरी की है।