Post Office Scheme : महज 5 लाख करें निवेश, ब्याज से मिलेंगे ₹2.25 लाख और पैसे भी वापस….

Post Office Scheme : आज के समय में हर किसी को अपने भविष्य की जरूरत को देखते हुए किसी न किसी इन्वेस्टमेंट की स्कीम में निवेश करना चाहिए। आजकल निवेश करना जरूरी भी हो गया है। अगर आप पैसा बचा रहे हैं तो उसे किसी सही जगह निवास करना भी जरूरी है।

जब भी हमारे देश में सुरक्षित इन्वेस्टमेंट की बात आती है तो सबसे पहले पोस्ट ऑफिस (Post Office) का ही नाम लिया जाता है। दरअसल, पोस्ट ऑफिस द्वारा कई स्मॉल सेविंग स्कीम्स का संचालन किया जा रहा है।

आज इस आर्टिकल के तहत हम आपके पोस्ट ऑफिस (Post Office) की एक ऐसी ही योजना के बारे में बताने जा रहे हैं। पोस्ट ऑफिस की इसी योजना में अगर आप केवल 5 लाख रुपये निवेश करते हैं तो आपको 2.5 लाख रुपए तो ब्याज के रूप में ही मिल जाएंगे। इसके अलावा मैच्योरिटी पर जो जमा राशि मिलेगी वह तो अलग से मिलेगी ही। इसके अलावा आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स बेनिफिट भी दिया जाता है।

कौनसी है ये योजना

हम पोस्ट ऑफिस (Post Office) की इस योजना के बारे में बात कर रहे हैं उसका नाम पोस्ट ऑफिस टाइम डिपाजिट स्कीम है। 1 जनवरी 2024 से इस योजना में एक साल के निवेश पर 6.9%, 2 साल के निवेश पर 7%, 3 साल के निवेश पर 7.1% और 5 साल के निवेश पर 7.5% ब्याज दिया जा रहा है। ये ब्याज दर 31 मार्च तक लागू रहेगी।

इस योजना में ब्याज दरों की गणना तिमाही आधार पर की जाती है। इसमें अगर आप 5 लाख रुपये जमा करते है तो 5 साल बाद आपको 7.5% के हिसाब से कुल 7,24,974 रुपये मिलते है। इसमें ब्याज 2,24,974 रुपये हो जाता है। आप चाहे तो मैच्योरिटी के बाद प्रिंसिपल अमाउंट निकाल कर ब्याज पर भी स्कीम में इन्वेस्टमेंट चालू रख सकते हैं। इस तरह अगले निवेश पर ब्याज की राशि ही प्रिंसिपल अमाउंट बन जाएगी।

कम से कम कितना करना होगा निवेश

सरकार भी लोगों को इस योजना में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। यह योजना लोगों को काफी पसंद भी आ रही है और इसमें आपका पैसा सुरक्षित भी रहेगा। इसलिए आपको पोस्ट ऑफिस (Post Office) की टाइम डिपॉजिट स्कीम में निवेश करना चाहिए। इस योजना में कम से कम ₹1,000 से निवेश शुरू कर सकते हैं।

उसके बाद आप मल्टीप्ल में पैसा जमा कर सकते है। इसके अलावा अगर आपका खाता 6 महीने पुराना है तो आप प्रीमैच्योर क्लोजर की सुविधा ले सकते है। इसमें सालाना ब्याज का भुगतान होता है। इसके अलावा ड्यू डेट के बाद आपको ब्याज की राशि पर अतिरिक्त पैसा नहीं देना होगा।