Saturday, July 27, 2024
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क्या Electricity Bill कम करने के लिए मीटर पर लगाते हैं चुंबक? जानें- कितने साल के लिए होगी जेल….

Electricity Bill : आज सरकार का दावा है कि देश के हर गांव तक बिजली पहुंच गयी है। लेकिन अगर एक दशक पहले की बात करें तो ग्रामीण इलाकों में लोग बिना बिजली के ही गुजारा करते थे। हालाँकि, आज समय अलग है और लोग बिजली के बिना कुछ घंटे भी नहीं रह पाते हैं।

बिजली की खपत बढ़ने से लोग परेशान होकर बिजली बचत के लिए कई शर्ट कट तरीका भी चुनते हैं। दावा किया गया है कि चुंबक बिजली बिल की खपत को रोकता है। ऐसा कहा जाता है कि मीटर पर चुम्बक लगाना से बिजली बिल (Electricity Bill) को अधिक आने रोका जा सकता है। आइये जानते हैं इसके पीछे की सच्चाई।

ऐसा कहा जाता है कि चुंबक सिस्टम को बिजली मीटर में यूनिट खपत दिखाने से रोकने में मदद करता है। अगर हम इस दावे की सच्चाई पर प्रकाश डालें तो बता दें कि यह दावा पूरी तरह से फर्जी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अब उपलब्ध सभी बिजली मीटर डिजिटल और स्मार्ट हैं जिनसे छेड़छाड़ करना मुश्किल है। मीटर में, वायरिंग के चारों ओर एक विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र बनाया जाता है, जबकि दूसरी ओर, चुंबक एक चुंबक एक परमानेंट मैग्नेटिक होता है।

खानी पड़ेगी जेल की हवा

अगर कोई भी व्यक्ति बिजली मीटर के साथ छेड़छाड़ करता है तो बिजली विभाग द्वारा पकड़े जाने पर ऐसे व्यक्ति को जेल भी जाना पड़ सकता है। इसके अलावा जुर्माना और छह महीने से पांच 5 साल तक की कारावास तक हो सकती है।

Nitesh Kumar Jha

नितेश कुमार झा पिछले 2.5 साल से thebegusarai.in से बतौर Editor के रूप में जुड़े हैं। इन्हें भारतीय राजनीति समेत एंटरटेनमेंट और बिजनेस से जुड़ी खबरों को लिखने में काफी दिलचस्पी है। इससे पहले वह असम से प्रकाशित अखबार दैनिक पूर्वोदय समेत कई मीडिया संस्थानों में काम किया। उनके लेख प्रभात खबर, दैनिक पूर्वोदय, पूर्वांचल प्रहरी और जनसत्ता जैसे अखबारों में भी प्रकाशित हो चुके हैं। अभी नीतेश दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से MA मास मीडिया कर रहे हैं।