Saturday, July 27, 2024
Bihar

ये है Bihar का कुंवारों का गांव- शादी की उम्मीद में बूढ़ा गए लोग, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान!

डेस्क : बिहार अपने इतिहास, संस्कृति और अच्छे व्यवहार के लिए जाना जाता है। लेकिन बिहार में कई ऐसी चीजें हैं, कई ऐसी जगहें हैं जो कई खास वजहों से पहचानी जाती हैं। आज हम आपको बिहार के एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं। इसके बारे में जानकर आप हैरान रह जायेंगे। इस गांव को कुंवारों का गांव कहा जाता है। यह बिहार की राजधानी पटना से करीब तीन सौ किलोमीटर दूर स्थित बरवां कलां गांव है। इस नाम की एक खास वजह है। दरअसल, इस गांव में पिछले पचास सालों में कोई शादी नहीं हुई है।

प्रशासनिक लापरवाही

दरअसल, इस गांव के लोगों के शादी न करने का कारण प्रशासनिक लापरवाही है। यह गांव आज भी बुनियादी जरूरतों से अछूता है. इस गांव में बिजली नहीं है। पीने के पानी की कोई आपूर्ति नहीं है। इस गांव में सड़क तक नहीं है। इस वजह से कोई भी परिवार अपनी बेटी को इस गांव में नहीं भेजता। इस गांव में आपका मोबाइल भी बेकार हो जाएगा क्योंकि यहां नेटवर्क ही नहीं आता।

गांव वालों ने खुद से बनाया सड़क

इस गांव में रहने वाले लोगों ने कई बार सरकारी अधिकारियों से मदद मांगी। लेकिन ऐसा लगता है जैसे उन्हें अपनी समस्या से कोई लेना-देना ही नहीं है। कुछ साल पहले गांव वालों ने खुद ही पहाड़ काटकर कच्ची सड़क बना दी, जिसकी मदद से अब गाड़ियां गांव तक पहुंचने लगी हैं।

यहां के युवा गांव में रहना नहीं चाहते। कई लोग तो अपनी शादी के लिए यज्ञ-हवन भी करवाते हैं। लेकिन सब कुछ विफल हो गया है। अब देखने वाली बात यह है कि इस गांव में लोग कब तक कुंवारे की तरह जिंदगी गुजारने को मजबूर रहेंगे।

Nitesh Kumar Jha

नितेश कुमार झा पिछले 2.5 साल से thebegusarai.in से बतौर Editor के रूप में जुड़े हैं। इन्हें भारतीय राजनीति समेत एंटरटेनमेंट और बिजनेस से जुड़ी खबरों को लिखने में काफी दिलचस्पी है। इससे पहले वह असम से प्रकाशित अखबार दैनिक पूर्वोदय समेत कई मीडिया संस्थानों में काम किया। उनके लेख प्रभात खबर, दैनिक पूर्वोदय, पूर्वांचल प्रहरी और जनसत्ता जैसे अखबारों में भी प्रकाशित हो चुके हैं। अभी नीतेश दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से MA मास मीडिया कर रहे हैं।