BPSC की परीक्षा में पति ने नहीं पाई सफलता, उन्हीं की किताब पढ़कर पत्नी बन गई अधिकारी…..

Dr. Vibha Bharti : वो कहते हैं कि यदि कोई दृढ़ संकल्प के साथ कठिन परिश्रम करे, तो सफलता उसके कदम जरूर चूमती है. इसी को चरितार्थ किया है साधारण परिवार की रहने वाली विभा भारती ने…..आज हम आपको विभा भारती (Dr. Vibha Bharti) की Success Story बताने जा रहे हैं.

जिन्होंने 68वीं बीएससी (BPSC) की परीक्षा में 31वां रैंक हासिल किया। विभा भारती कला संस्कृति विभाग में पदाधिकारी बनी है। उनके इस उपलब्धि से पूरा परिवार बेहद खुश है। विवाह के पति ने भी बीएससी की परीक्षा दी थी मगर उन्हें सफलता नहीं मिली।

पति की किताबें पढ़ बनी पदाधिकारी

विभा कहती है की उनके पति डॉ. गुंजेश कुमार भी बीएससी (BPSC) की तैयारी कर रहे थे। मगर उन्हें सफलता नहीं मिली। बाद में डॉ. विभा ने BPSC की परीक्षा देने की सोची। तब डॉ. विभा ने उन किताबों को पढ़ाना शुरू किया जो उनके पति अपनी तैयारी के समय पढ़ा करते थे। इतना ही नहीं डॉ. विभा लाइब्रेरी जाकर चार-पांच घंटे सेल्फ स्टडी करती थी। अपनी मेहनत के दम पर डॉ. विभा आज बीएससी (BPSC) की परीक्षा में सफल हो पाई हैं।

यूनिवर्सिटी टॉपर थी डॉ. विभा

विभा कला संस्कृति विभाग की अधिकारी बनी हैं। उनका कहना है कि अधिकारी के तौर पर वह ग्रामीण क्षेत्र के युवा युवतियों के अंदर छिपे कला को निखारने का प्रयास करेगी। प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद डॉ. विभा ने ग्रेजुएशन की डिग्री मुजफ्फरपुर यूनिवर्सिटी से प्राप्त की। वह यूनिवर्सिटी टॉपर रहीं। डॉ. विभा वर्तमान में b.Ed कॉलेज मुजफ्फरपुर में लेक्चरर के पद पर हैं।