Tejashwi Yadav : बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर घोटाला का आरोप लगाने वाले जदयू नेता नीरज कुमार को तेजस्वी यादव ने नोटिस भेजकर 12.10 करोड़ का हर्जाना मांगा है। बता दे की 5 दिन पहले जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर वेतन घोटाला आरोप लगाया था। वही, लॉ फर्म के माध्यम से भेजे नोटिस में तेजस्वी यादव ने कथित तौर पर आधारहीन और आपत्तिजनक बयान के लिए मानहानि का मामला दायर करने की चेतावनी दी है।
बता दे की बीते 21 अक्टूबर को नीरज ने आरोप लगाया था कि तेजस्वी वेतन में घोटाला कर रहे। नीरज के मुताबिक, 2015 में तेजस्वी बताया था कि उनकी वार्षिक आय 5 लाख 8 हजार 19 रुपये है। तब वे अलग-अलग लोगों को 1 करोड़ 13 लाख रुपये का ऋण भी दिए थे। 2020 में उनकी वार्षिक आय घटकर 1 लाख 41 हजार रुपये हो गई। इस हिसाब से तेजस्वी की मासिक आय 11 हजार 812 रुपये 50 पैसा बनती है, जबकि एक विधायक का मंथली 40 हजार मिलते हैं।
इस हिसाब से वार्षिक आय 4 लाख 80 हजार रुपये होती है। अब सवाल है कि इतनी कम आय वाला व्यक्ति चार्टर प्लेन में बर्थडे की पार्टी कैसे मना सकता है? वह विदेश कैसे घूम सकता है? तेजस्वी को इसका उत्तर देना चाहिए। दस्तावेज दिखाते हुए नीरज ने कहा था कि अगर मेरा आंकड़ा गलत है तो तेजस्वी मुझ पर मुकदमा कर दें। अब तेजस्वी ने भी नोटिस भेज ही दिया है।
एकेजे लॉ एसोसिएट्स के जरिये भेजे नोटिस में बताया गया है कि तेजस्वी सालाना रूप से Income Tax Returns करते हैं और सत्ता में रहते हुए भी सरकारी पोर्टल पर प्रति वर्ष अपनी आय का ब्योरा देते रहे हैं। ऐसे में नीरज के आरोप झूठा हैं। वह तेजस्वी की छवि को धूमिल करने का कुत्सित प्रयास है। नोटिस के मुताबिक, नीरज ने ऐसा जान-बूझकर तथा राजनीतिक व निजी स्वार्थ से प्रेरित होकर किया है। इससे तेजस्वी को मानसिक आघात पहुंचा है। उसके एवज में नीरज को 10 करोड़ रुपये देने होंगे।