न्यूज डेस्क: बिहार हमेशा देश को अपनी मेहनत और लगन के बारे में बताया है। बिहार को एक बार फिर मौका मिल गया है कि अपने राज्य की एक बेटी के डीएसपी बनने की कामयाबी पूरे देश को बताएं। जी हां बिहार के सिवान की रीता कुमारी डीएसपी बन गई है। इन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने हाथों से नियुक्ति पत्र सौंप दिया है। रीता कुमारी की यह कामयाबी की कहानी इसलिए भी खास है क्योंकि उन्होंने गरीबी को मात देकर इस मुकाम को पाया है।
गरीबी को पीछे छोड़ बनी डीएसपी
सीवान जिले के हसनपुरा निवासी दिवंगत बीईओ सुदर्शन राम की पुत्री रीता कुमारी 66वीं बीपीएससी परीक्षा में सफलता पाकर डीएसपी बनीं. गरीबी को मात देकर डीएसपी बनीं और सीमित संसाधनों में अपनी क्षमता के दम पर डीएसपी रैंक हासिल कर जिले को गौरवान्वित किया, जो अन्य लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना।
गांव से पढ़ी लिखी रीता
रीता ने 2009 में सीवान जिले के हसनपुरा महावीर गोस्वामी गर्ल्स हाई स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की। 2014 में साइंस कॉलेज में बीएससी मैथ ऑनर्स की पढ़ाई की। इसके बाद वह दिल्ली चली गईं और बीपीएससी की तैयारी करने लगीं। पहले ही प्रयास में इंटरव्यू तक पहुंचे। दूसरे प्रयास में 692 अंक प्राप्त कर डीएसपी बने। रीता के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, लेकिन रीता बिना हार माने गरीबी की इस जंग को जीतकर डीएसपी बन गई हैं।