जब..Lalu Yadav नौकरी के बदले ली गई थी जमीन, जानें- रेलवे से जुड़ा पूरा मामला..

Lalu Yadav: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और बिहार के वर्तमान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ती शुरू हो गई है, जमीन के बदले नौकरी वाले मामले में सीबीआई को गृह मंत्रालय से लालू प्रसाद यादव के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी मिल चुकी है, CBI ने पिछले वर्ष अक्टूबर में अपने एक आरोप पत्र में लालू प्रसाद यादव, और उनके परिवार सहित मध्य रेलवे के GM, तत्कालीन CPO, और निजी व्यक्तियों सहित कुल 16 लोगो को नामजद किया था।

अपने आरोप पत्र में CBI ने कहा था कि जांच के दौरान यह पाया गया है कि आरोपियों ने मध्य रेलवे के तत्कालीन महाप्रबंधक(GM) और केंद्रीय रेलवे के CPO के साथ साजिश रचकर जमीन के बदले में अपने या अपने करीबी रिश्तेदारों के नाम पर लोगों को नियुक्त किया था। वही यह भूमि प्रचलित सर्किल रेट से भी कम और बाजार दर से काफी कम कीमत पर अधिग्रहित की गई थी।

क्या है पूरा मामला: CBI ने अपने चार्जशीट में यह आरोप लगाया है कि उम्मीदवारों ने फर्जी टीसी और मंत्रालय को गलत डॉक्यूमेंट पेश किए, CBI को जांच के दौरान यह पता चला कि लालू प्रसाद यादव की पत्नी व बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और बेटी हेमा यादव को नौकरी चाहने वालों द्वारा नौकरी घोटाले के लिए जमीन के संबंध में जमीन उपहार में दी गई थी, जिनकी बाद में उनकी रेलवे में भर्ती की गई थी। रेलवे कर्मचारी ह्रदयानंद चौधरी और लालू प्रसाद यादव के तत्कालीन OSD रहे भोला यादव को पहले CBI ने गिरफ्तार किया था। भोला यादव 2004 से 2009 के बीच लालू यादव के OSD थे।