Begusarai News : बेगूसराय जिले की 7 विधानसभा सीटों को लेकर एनडीए और महागठबंधन में सीट बंटवारे की तस्वीर अब तक साफ नहीं हो सकी है। राज्य स्तर पर चल रही रस्साकशी जिले में भी साफ झलक रही है और दोनों ही गठबंधनों में दावेदारों ने अपनी गतिविधियाँ तेज कर दी हैं। यानि, दोनों गठबंधन के कौन सा दल कहां कहां से चुनाव लड़ेगा, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है।
भाजपा से जुड़े सूत्रों ने बताया कि जिले में भाजपा 3 से 4 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। इनमें बखरी, बेगूसराय और बछवाड़ा की सीट शामिल हैं। इनमें बछवाड़ा और बेगूसराय से उसकी जीती सीट है। इस बार तेघड़ा पर भी उसका दावा है। जबकि, जदयू 4 सीटों मटिहानी, चेरियाबरियारपुर, तेघड़ा और साहेबपुरकमाल पर दावेदारी कर रही है।
लोजपा मटिहानी सीट पर अड़ी है। जो पिछले बार उसने जीती थी लेकिन जीतने के बाद उसके उम्मीदवार रहे राजकुमार सिंह जदयू में चले गए। अंत तक जिले में लोजपा को एक सीट मिल सकती है। चाहे वह जदयू कोटे की कोई सीट हो या भाजपा कोटे की।
महागठबंधन में कांग्रेस जिले की 3 सीटों बेगूसराय, बछवाड़ा और मटिहानी पर दावेदारी कर रही है। बेगूसराय और बछवाड़ा उसकी पिछले चुनावों में जीतीं सीट रही है। लेकिन, पिछले 2020 के चुनाव में इसे सीपीआई को दे दिया गया। कांग्रेसी दावेदार निर्दलीय लड़ गए।
सीपीआई कम मतों के अंतर से चुनाव हार गई। मटिहानी में जदयू दूसरे नंबर की पार्टी थी। इस बार वहां से हारे नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ़ बोगो जदयू छोड़कर महागठबंधन के राजद के टिकट के दावेदार हैं। पिछले चुनाव में यह सीट सीपीएम के खाते में थी। इस सीट को लेकर महागठबंधन में पेंच फंस सकता है। यहां सीपीएम कांग्रेस और राजद तीनों की दावेदारी है।
राजद साहेबपुरकमाल और चेरियाबरियारपुर की सीटिंग सीट के अलावा मटिहानी सीट से भी चुनाव लड़ेंगी। सीपीआई के लिए महागठबंधन में तेघड़ा, बखरी और बछवाड़ा सीट छोड़ी जा सकती है। बछवाड़ा सीट सीपीआई की हारी हुई सीट है। यहां कांग्रेस की जबरदस्त दावेदारी है।
अब देखना होगा कि सीटों को लेकर फाइनल परिदृश्य गठबंधन के बाद क्या उभरता है या फिर कोई पेंच फंसता है। कांग्रेस और राजद के साथ जिले में सीपीआई सीपीएम के शामिल होने से महागठबंधन और एनडीए के बीच जबरदस्त मुकाबले की उम्मीद है।