Begusarai News : बेगूसराय जिले की 7 विधानसभा सीटों पर 6 नवंबर को मतदान संपन्न हो चुका है। मतपेटियों में बंद किस्मत अब परिणाम का इंतजार कर रही है। इस बार जिले में रिकॉर्ड मतदान हुआ है, जिससे सभी राजनीतिक दल अपनी जीत को लेकर दावा कर रहे हैं।
टिकट वितरण और समीकरण
इस चुनाव में सभी दलों ने उम्मीदवारों के चयन में काफी रणनीति अपनाई। पिछले चुनाव में 7 में से 4 सीटें महागठबंधन के खाते में गई थीं, जबकि भाजपा को दो और लोजपा को एक सीट मिली थी। बाद में लोजपा से जीतने वाले विधायक जदयू में शामिल हो गए और इस बार मटिहानी से जदयू के टिकट पर मैदान में हैं। उनका मुकाबला उस विधायक से है, जो पहले जदयू में थे लेकिन अब राजद प्रत्याशी हैं।
सीटों पर तगड़ा मुकाबला
- सीपीआई बछवाड़ा, तेघड़ा और बखरी सीटों पर मजबूत चुनौती दे रही है।
- राजद को साहेबपुरकमाल, चेरियां बरियारपुर और मटिहानी में कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ रहा है।
- बेगूसराय सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है।
भले ही कांग्रेस को बेगूसराय विधानसभा से जीत का दावा है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा की स्थिति अब भी मजबूत दिखाई देती है।
भीतरघात बना बड़ी चुनौती
कई सीटों पर गठबंधन दलों के नेताओं के बगावती तेवर और भीतरघात ने समीकरण बिगाड़े हैं।
- चेरियां बरियारपुर में राजद को अंदरूनी विरोध झेलना पड़ रहा है।
- बखरी और साहेबपुरकमाल में एनडीए उम्मीदवारों को विरोध का नुकसान होने की आशंका है।
- बछवाड़ा में कांग्रेस और सीपीआई के आमने-सामने होने से महागठबंधन की स्थिति जटिल मानी जा रही है।
महिला वोटिंग और नए चेहरे भी प्रभावी
इस बार महिलाओं ने बड़ी संख्या में मतदान किया है। जनसुराज और कुछ निर्दलीय उम्मीदवार भी वोटों में सेंध लगा सकते हैं, जिससे कई सीटों पर मुकाबला और रोचक हो गया है।
कुल मिलाकर, बेगूसराय में जीत-हार की जंग बेहद दिलचस्प और रोमांचक हो चुकी है। नतीजे आने तक सस्पेंस बरकरार रहेगा।


