Begusarai News : बेगूसराय से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां ‘नागराज रक्षक’ के नाम से मशहूर राकेश भगत की सांप के काटने से दर्दनाक मौत हो गई। विडंबना यह रही कि यह हादसा नागपंचमी के दिन हुआ, जिस दिन राकेश सांपों की पूजा कर रहा था।
डंडारी थाना क्षेत्र अंतर्गत हरदिया गांव निवासी राकेश भगत कभी इंजीनियर बनने का सपना देखा था, लेकिन नियति ने उसकी राह मोड़ दी। पिछले पांच-छह वर्षों से वह जहरीले सांपों को पकड़ने और उन्हें सुरक्षित जंगल में छोड़ने के काम में जुट गया था। सांपों के प्रति उसका लगाव इतना गहरा हो चुका था कि लोग उसे ‘नागराज रक्षक’ के नाम से पहचानने लगे थे।
बताया जाता है कि राकेश के पास आज भी 40 से अधिक जिंदा सांप रखे हुए थे, जिनकी वह खुद देखभाल करता था। वह सांपों को दूध पिलाता, उनके साथ खेलता और उन्हें नुकसान पहुंचाए बिना जंगल में छोड़ देता था। यही नहीं, जब भी बेगूसराय, खगड़िया या मुंगेर में कहीं सांप निकलने की खबर मिलती, लोग सबसे पहले राकेश को कॉल करते थे।
नागपंचमी के दिन भी राकेश सांपों के साथ खेल रहा था, तभी एक विषैले सांप ने उसे डंस लिया। शुरुआत में परिवार को इसकी गंभीरता का अंदाजा नहीं हुआ और झाड़-फूंक से इलाज कराया गया। लेकिन जब राकेश की तबीयत बिगड़ने लगी तो उसे बलिया अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से हालत गंभीर देखते हुए बेगूसराय सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही राकेश की सांसें थम चुकी थीं।
राकेश की असमय मौत से हरदिया गांव में शोक की लहर है। जो युवक वर्षों से सांपों को नई जिंदगी दे रहा था, वही आज उन्हीं सांपों के डंक का शिकार हो गया। नागपंचमी जैसे पावन पर्व पर ‘नागराज रक्षक’ की यह दर्दनाक मौत से ना सिर्फ परिवार बल्कि पूरे इलाके मे मातम पसर गया है। स्थानीय लोग और ग्रामीण अब भी इस बात को लेकर सन्न हैं कि जिसने सैकड़ों लोगों को सांप के डंक से बचाया, वो खुद इस बार अपने आप को नहीं बचा सका।