Jaymangla Garh Temple : अहमदाबाद से आये इंजीनियर प्रकाश सोमपुरा और उनके साथी ने 5 जून और 6 जून को जयमंगलागढ़ परिसर साइट को विजिट किया। इस दौरान दोनों दिन वे स्थानीय सेवायत परिवार और जयमंगलागढ़ मन्दिर निर्माण समिति के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक किए। विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा के उपरांत 52 शक्तिपीठों में एक माता जयमंगला के वर्तमान मंदिर के चारों ओर सर्वेक्षण किया। साथ ही उन्होंने साइट के डाइमेंशन का भी माप लिया।
इसके बाद निर्माण समिति, स्थानीय ग्रामीणों और सेवायत के साथ कई डिजायनों पर चर्चा भी हुई। इसके बाद फिलहाल एक डिजायन पर आम सहमति बनी है। एक सप्ताह के भीतर इंजीनियर के द्वारा इसके डायग्राम और ले आउट को फाइनल कर लिया जाएगा। इसके बाद ही लागत मूल्य का अनुमान आने की उम्मीद है। इंजीनियर गुरुवार की शाम पटना एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़ अपने गंतव्य की ओर चले गए।
देश ही नहीं विदेशों में भी प्रकाश सोमपुरा ने किया है काम
बेगूसराय का जयमंगला गढ़ मंदिर जल्द ही वैश्विक पटल पर स्थापित होगा। सबकुछ ठीक रहा तो आगामी कुछ सालों में इसका निर्माण कार्य पूर्ण होगा। उक्त बातें इंजीनियर प्रकाश सोमपुरा ने कही। सोमपुरा ने बताया कि उन्हें वर्ष 2010 में अक्षरधाम न्यू जर्सी नॉर्थ अमेरिका के मंदिर के डिजाइन बनाने का कार्य मिला। यह अक्षरधाम महामंदिर विश्व का दूसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है, जिसमें करीब 19 लाख घनफूट स्वदेशी एवं विदेशी पत्थरों का उपयोग किया गया। यह मंदिर 180 एकड़ क्षेत्रफल में फैला हुआ है।
इस मंदिर का डिजाइन भारतीय शिल्प शास्त्र के अनुसार नागर शैली में किया गया है, जिसमें मुख्य स्वागत मंडप एवं 4 बड़े रंग मंडप बनाए गए हैं। पहला मंडप परब्रह्म मंडप है जिसकी लंबाई 60 फीट एवं चौड़ाई 36 फीट है एवं अन्य तीन मंडप ऐश्वर्य, अक्षर, मुक्त मंडप है जो कि 36 फीट लंबाई व 36 फीट चौड़ाई में है। मंदिर का मुख्य गर्भगृह 25 गुणा 25 फीट का है जिसमें भगवान स्वामीनारायण विराजमान है एवं इसके चारों तरफ 16 गुणा 16 फीट के 12 अन्य गर्भगृह बनाए गए हैं। जिसमें हिंदू देवी-देवता व गुरु परंपरा विराजित है। इस पूरी संरचना को अक्षरधाम महामंदिर का रूप दिया है। इस नए डिजाइन के मंदिर निर्माण में अनुमानित लागत 50 से 70 करोड़ रुपए होने का अनुमान है।