Begusarai News : भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की चर्चित अदाकारा अक्षरा सिंह मंगलवार को एक पुराने मामले में आत्मसमर्पण करने बेगूसराय कोर्ट पहुंचीं। न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी ओम प्रकाश की अदालत में आत्मसमर्पण के बाद कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी। मामला एक सांस्कृतिक कार्यक्रम से जुड़ा हुआ है, जहां परफॉर्मेंस को लेकर विवाद खड़ा हुआ था।

क्या है पूरा मामला?
यह पूरा विवाद 24 अक्टूबर 2023 को समस्तीपुर के सिंहिया में आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम से जुड़ा है, जहां अभिनेत्री अक्षरा सिंह को प्रस्तुति देनी थी। कार्यक्रम के आयोजक गायक शिवेश मिश्रा ने आरोप लगाया था कि अक्षरा सिंह ने निर्धारित समय से काफी कम महज आधे घंटे की प्रस्तुति दी और उसके बाद मंच से उतर गईं। आयोजक का यह भी आरोप है कि मंच छोड़ने से पहले अक्षरा ने कार्यक्रम में उपयोग हो रहे माइक को कथित तौर पर क्षतिग्रस्त भी कर दिया।

इस घटना के बाद आयोजक ने इसे धोखाधड़ी मानते हुए अदालत में एक परिवाद पत्र दायर किया। इसमें उन्होंने अक्षरा सिंह के साथ-साथ उनके पिता विपिन सिंह को भी आरोपित किया। अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों के खिलाफ समन जारी करते हुए कोर्ट में उपस्थित होने का निर्देश दिया था।
किन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा?
इस मामले में अक्षरा सिंह और उनके पिता विपिन सिंह पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 406 (ग़बन व विश्वासघात), धारा 427 (संपत्ति को क्षति पहुंचाना) और धारा 34 (सामूहिक आपराधिक मंशा) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इन धाराओं के तहत दोष सिद्ध होने पर सजा व जुर्माने का प्रावधान है।
कोर्ट में भीड़, अक्षरा रहीं शांत
मंगलवार की दोपहर जब अक्षरा सिंह कोर्ट परिसर पहुंचीं तो पहले से ही इस खबर की जानकारी लोगों को मिल चुकी थी। ऐसे में कोर्ट परिसर में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। प्रशंसकों में उनकी एक झलक पाने की होड़ मच गई। गाड़ियों की आवाजाही और भीड़ के कारण कोर्ट परिसर कुछ समय के लिए अफरातफरी का माहौल बन गया।

हालांकि, अक्षरा सिंह पूरे समय शांत रहीं और सीधे कोर्टरूम में जाकर आत्मसमर्पण की प्रक्रिया पूरी की। सुनवाई के बाद कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी। बाहर निकलने के दौरान अक्षरा सिंह ने मीडिया से कोई बातचीत नहीं की और तेजी से गाड़ी में बैठकर रवाना हो गईं।