Begusarai News : बेगूसराय में पत्नी और बेटे के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज नहीं होने से परेशान एक युवक गुरुवार को आत्मदाह करने के लिए SP कार्यालय, बेगूसराय पहुंच गया। फुलबड़िया थाना क्षेत्र के बरौनी नगर परिषद वार्ड-7 निवासी गोपाल कुमार रजक पेट्रोल से भरी बोतल लेकर जैसे ही कार्यालय पहुंचा, पुलिस ने तत्काल उसे हिरासत में ले लिया और पेट्रोल की बोतल जब्त कर नगर थाना ले आई।
गोपाल का आरोप है कि 5 अप्रैल को उसकी पत्नी अंजली कुमारी और 6 वर्षीय पुत्र गरबीत राज का अपहरण कर लिया गया। 1 मई को उसके पिता ने थाने में आवेदन दिया, लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई। आरोपित के रूप में चकिया थाना क्षेत्र के चकबल्ली नुरपुर निवासी इंद्रजीत शर्मा उर्फ़ धारो शर्मा और उपो शर्मा के नाम बताए गए हैं।
पीड़ित का कहना है कि लगातार अनुरोध के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं की गई। 18 जुलाई को उसकी पत्नी वापस लौटी, लेकिन कुछ दिनों बाद आरोपित दोबारा उसे बच्चे सहित ले भागा। गोपाल ने यह भी आरोप लगाया कि 16 अगस्त को इंद्रजीत शर्मा ने उसकी पत्नी का अर्द्धनग्न आपत्तिजनक फोटो वायरल कर दिया। गोपाल का कहना है कि 21 अगस्त को जब उसने तीन महीने पुराने आवेदन पर जानकारी मांगी, तो पुलिस ने उसके साथ गलत व्यवहार किया।
प्रशासन से सवाल
- आखिर क्यों अपहरण जैसे गंभीर मामले में महीनों तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई?
- पीड़ित बार-बार गुहार लगाता रहा, तो थानाध्यक्ष और उच्च अधिकारी चुप क्यों बैठे रहे?
- जब पत्नी व बच्चा दोबारा अपहृत हुए, तब भी पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की?
- अर्धनग्न तस्वीर वायरल होने जैसे संवेदनशील आरोप पर भी पुलिस ने अब तक क्या कदम उठाए हैं?
- क्या थाने में पीड़ितों के आवेदन और शिकायतों को दबाना ही सिस्टम का हिस्सा बन चुका है?
- आखिरकार पीड़ित युवक को आत्मदाह की कोशिश क्यों करनी पड़ी—क्या पुलिस की नाकामी का यही सबूत है?