Begusarai News : विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक दलों में टिकट बंटवारे को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। जिले के सात विधायकों में दो ऐसे विधायक हैं जिनका गृह क्षेत्र उनके वर्तमान विधानसभा क्षेत्र से बाहर है। यही वजह है कि अब ‘बाहरी बनाम भीतरी’ का मुद्दा यहां तेजी से गरमा रहा है।
चेरियां बरियारपुर और बछवाड़ा में सबसे ज्यादा गरमी : चेरियां बरियारपुर और बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्रों में यह मुद्दा सबसे ज्यादा चर्चा में है। बछवाड़ा के भाजपा विधायक और राज्य के खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता का गृह क्षेत्र बरौनी विधानसभा क्षेत्र में है, जबकि चेरियां बरियारपुर के राजद विधायक राजवंशी महतो का घर भगवानपुर ब्लॉक में पड़ता है, जो बछवाड़ा विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है।
दल के अंदर मंथन, विपक्ष हमलावर : राजद में चेरियां बरियारपुर सीट के टिकटार्थियों और उनके समर्थकों का कहना है कि जब क्षेत्र में कई स्थानीय नेता चुनाव लड़ने को इच्छुक हैं तो “बाहरी” उम्मीदवार को टिकट क्यों दिया जाए? भाजपा में भी बछवाड़ा के कई स्थानीय मुखिया और कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे को उठाकर अंदरूनी बहस छेड़ दी है। विपक्षी दल लगातार इस मुद्दे को हवा देकर मौजूदा विधायकों के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
विकास कार्यों पर उठे सवाल : चेरियां बरियारपुर में विपक्षी दलों का आरोप है कि “बाहरी” विधायक होने की वजह से क्षेत्र में विकास कार्य ठप हैं। खासकर काबर टाल संरक्षण और जयमंगलागढ़ विकास जैसे मुद्दों के समाधान न होने को लेकर मौजूदा विधायक को घेरा जा रहा है।
चुनाव पर असर तय : यदि इन दोनों विधायकों को फिर से टिकट मिलता है तो ‘बाहरी बनाम भीतरी’ का यह मुद्दा चुनावी नतीजों को सीधा प्रभावित कर सकता है। स्थानीय नेता और कार्यकर्ता इस मुद्दे को चुनावी प्रचार का बड़ा हथियार बनाने की तैयारी में जुटे हैं।