Begusarai News : बेगूसराय में थानाध्यक्ष के चैंबर में घुसकर भोजपुरी गाने पर रील बनाने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, साहेबपुरकमाल थाना का एक वायरल वीडियो ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया था। वायरल वीडियो में एक युवक साहेबपुरकमाल थानाध्यक्ष राजीव रंजन के चैंबर में घुसकर रील बनाते दिख रहा था। जैसे ही यह वीडियो सामने आया, पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच शुरू कर दी।
वायरल वीडियो से खुला राज
वीडियो में एक युवक SHO के चेंबर में अकेले बैठा नजर आया, जबकि अन्य युवक उसका वीडियो बना रहे थे। पुलिस ने वीडियो की जांच की तो पाया कि वीडियो में दिख रहा युवक अभिषेक कुमार है, जो अरविंद कुमार सिंह का पुत्र है और चौकी गांव, थाना साहेबपुरकमाल का निवासी है।
संदिग्ध स्थिति में पकड़े गए 3 युवक
इसी दौरान पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि NH-31 पर स्थित गैस एजेंसी मोड़ के पास 3 युवक संदिग्ध अवस्था में एक मोटरसाइकिल पर घूम रहे हैं। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष राजीव रंजन कुमार के नेतृत्व में सशस्त्र पुलिस बल मौके पर पहुँची। पुलिस को देखते ही तीनों युवक भागने लगे, लेकिन पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें खदेड़कर पकड़ लिया।
पकड़े गए युवकों की पहचान इस प्रकार हुई
- अभिषेक कुमार, पिता अरविंद कुमार सिंह, निवासी चौकी, थाना साहेबपुरकमाल, जिला बेगूसराय
- अभिषेक कुमार, पिता बाला सिंह, निवासी नवादा, थाना चौथम, जिला खगड़िया
- दुर्गेश कुमार, पिता नीरज कुमार, निवासी पनसलवा, थाना बेलदौर, जिला खगड़िया
बरामद हुए हथियार और मोबाइल
पुलिस ने तीनों की तलाशी के दौरान उनके पास से एक अवैध देसी कट्टा, एक जिंदा कारतूस, एक स्टील का रॉड और कुल चार मोबाइल फोन बरामद किए। साथ ही जिस मोटरसाइकिल से ये घूम रहे थे, उसे भी जप्त कर लिया गया। इसके बाद तीनों को विधिसम्मत रूप से गिरफ्तार कर लिया गया।
थाने में चोरी-छिपे वीडियो बनाने की बात कबूली
पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर अभिषेक कुमार ने स्वीकार किया कि वह कुछ कागजात के संबंध में साहेबपुरकमाल थाना गया था। उसी दौरान थानाध्यक्ष के चेंबर में घुस गया और मौके का फायदा उठाकर चोरी-छिपे एक वीडियो क्लिप बना लिया। बाद में इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर वायरल किया गया। उसने खुद इस वायरल वीडियो में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।
SP ने लिया संज्ञान, जांच के निर्देश
घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने इसे अनुशासनहीनता और सुरक्षा उल्लंघन मानते हुए सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बलिया को मामले की गहराई से जांच करने का निर्देश दिया है। साथ ही पूरे मामले में विधिसम्मत अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।