’80 लाख ड्राइवरों की छिन जाएगी नौकरी’, जानें- Nitin Gadkari ने ऐसा क्यों कहा….

Nitin Gadkari : हाल ही में मोदी सरकार के अधीन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक बार फिर भारत में ड्राइवरलेस कारों को अनुमति न देने की बात कही है। हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी आईआईएम नागपुर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में गए हुए थे जहां उन्होंने बिजनेस टुडे से बातचीत के दौरान ही है बयान वापस जारी किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर देश में ड्राइवरलेस व्हीकल आ गए तो लगभग 80 लाख ड्राइवरों की नौकरी चली जाएगी।

इसके अलावा उन्होंने कहा कि, ‘मैंने अमेरिका में ही कहा था कि मैं कोई भी कीमत पर भारत में ड्राइवर रहित कारों की अनुमति नहीं दूंगा। ऐसा इसलिए क्योंकि हमारे देश भारत में काफी बड़ी संख्या में लोग ड्राइवर का काम करते है…. इसलिए अगर ड्राइवर रहित कारें आ गई तो उन सभी की नौकरी चली जाएगी।’

चली जाएगी 70-80 लाख लोगों की नौकरी

केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि, ‘ऑटोमेटिक या ड्राइवरलेस चलने वाले वाहन केवल छोटे देशों के लिए ही सही है। उन्होंने बताया कि अगर ऐसे व्हीकल भारत जैसे बड़े देश में आ गए तो लगभग 70-80 लाख लोगों की नौकरियां चली जाएगी और फिर बेरोजगारी या ये एक अलग मुद्दे की बात बन जाएगी।’

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इससे पहले भी दो बार नितिन गडकरी अपनी यह बात लोगों के सामने रख चुके हैं। जुलाई 2017 में और दिसंबर 2019 में भी उन्होंने ये बात कही थी। उस समय भी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सार्वजनिक तौर पर ड्राइवर रहित कारों के विचार पर विरोध जताया था और यही कारण देते हुए कहा था कि लाखों ड्राइवर बेरोजगार हो जाएंगे।

आईआईएम नागपुर कार्यक्रम में उन्होंने मोदी सरकार और एलन मस्क के नेतृत्व वाली दुनिया की सबसे बड़ी ईवी निर्माता कंपनी टेस्ला के बीच चल रही चर्चा के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि संभवतः कंपनी भारत में एक कारखाना खोलेगी। इसी के साथ हम टेस्ला का स्वागत करेंगे। लेकिन चीन में निर्माण और भारत में बिक्री, यह संभव नहीं है। हम यही से उनके लिए विनिर्माण के रास्ते खोलेंगे।