Fastag News : रोड पर चल रही गाड़ियों में लगे फास्टैग से अपने आप पैसा कट जाता है. क्योंकि लोग उचित दूरी तय करने के बाद अपने मंजिल तक पहुंचाते हैं और नेशनल हाईवे के अलावा राज्य से होकर गुजरने वाली सड़कों को बेहतर बनाने के लिए सरकार वाहनों से टोल टैक्स वसूलती हैं.
आप भी सड़कों पर चलते हुए चंद मिनट में टोल टैक्स भर देते हैं. हालांकि, गाड़ियों में फास्टैग लगने की वजह से लोगों को राहत तो मिली है क्योंकि अब लोगों को लंबी लाइन में खड़े होकर अपनी पारी का इंतजार नहीं करना होता है. तो आइए आज इस फास्टैग से कुछ खास नियम के बारे में जानते हैं..
फास्टैग से मिला लोगों को राहत
बता दें कि, पहले के समय में जब ऑनलाइन माध्यम से टोल टैक्स यानी फास्टैग की सुविधा शुरू नहीं की गई थी तो लोगों को लंबी लाइन में खड़े होकर टोल टैक्स देते हुए आगे जाना होता था. लेकिन आज के समय में इस सुविधा को ऑनलाइन माध्यम से करने के बाद लोगों को लंबी लाइन में खड़े होने की झंझट से छुटकारा मिल गया है और चंद मिनट में टोल टैक्स देकर आगे निकल जाते हैं. वहीं आपने भी देखा होगा कि हर एक गाड़ी के विंडस्क्रीन पर फास्टैग (Fastag) का एक स्टीकर लगा होता है जिसे रिचार्ज किया जाता है और उसी को स्कैन करके टोल टैक्स काट लिया जाता है.
दो गाड़ियों को लेकर क्या नियम?
कई बार लोगों के मन में यह सवाल आता है कि क्या एक फास्टैग (Fastag) का इस्तेमाल दो गाड़ियों पर किया जा सकता है. तो आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि, दो अलग-अलग गाड़ियों के लिए अलग-अलग फास्टैग की जरूरत होती है. जिसकी वैधता 5 साल के लिए होती है और इसे 5 साल के बाद दोबारा से रजिस्टर करवाना होता है.