दुनिया का सिर्फ एक ऐसा देश जहां आज भी नहीं पहुंचा कोरोना का एक भी वेरिएंट

Desk : चीन के अलावा जापान, अमेरिका और दक्षिण कोरिया में कोरोना महामारी की सक्रियता एक बार फिर बढ़ गयी है। चीन में कोरोना से हालात गंभीर होते जा रहे हैं। दवाइयों की दुकानों और अस्पतालों में लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं। वहीं दुनिया में एक ऐसा देश है, जहां साल 2019 से लेकर अब तक कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इस बात की पुष्टि की है।

WHO की लिस्ट में मौजूद 196 देशों में से सिर्फ तुर्कमेनिस्तान ही ऐसा देश है, जहां से कोविड-19 वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया। इसका मतलब है कि दुनिया में सिर्फ तुर्कमेनिस्तान ही है, जहां कोरोना की एंट्री ही नहीं हुई।डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्कमेनिस्तान में 3 जनवरी, 2022 से लेकर 23 दिसम्बर, 2022 तक कोरोना का एक भी मामला सामने नहीं आया। कोरोना संक्रमण के खिलाफ इस देश में उच्च स्तर पर वैक्सीनेशन प्रोग्राम चलाया गया। रिपोर्ट के अनुसार, 3 सितंबर 2022 तक यहां कुल 1 करोड़ 35 लाख से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका था।
आखिर क्यों तुर्कमेनिस्तान तक नहीं पहुंचा कोरोना? चीन से कोरोना के बाहर आते ही तुर्कमेनिस्तान ने सभी उड़ानों को बंद कर दिया था। महामारी की शुरुआत होते ही यहां की सरकार ने थाइलैंड और बीजिंग जाने वाले विमानों पर रोक लगा दी थी। इतना ही नहीं, शुरुआती दौर में ही तुर्कमेनिस्तान ने चीन और थाइलैंड में विमान भेज कर अपने देश के लोगों को निकाल लिया था। लोगों ने यहां कोरोना नियमों का सख्ती से पालन भी किया।


तुर्कमेनिस्तान ने 2020 में देश से अन्य देशों में जाने पर रोक लगा दी थी। खासकर उन देशों में जहां कोरोना वायरस तेजी से बढ़ रहा था। मार्च में जब तीन विदेशी राजनयिकों का विमान वहां पहुंचा तो उसे भी वापस लौटा दिया गया। इसके साथ ही देश में आने वाली सभी जरूरी फ्लाइट्स को एकमात्र तुर्कमेनाबत इंटरनेशनल एय़रपोर्ट पर डाइवर्ट किया गया। यहां पहुंचे लोगों को अस्पतालों में क्वारंटीन किया गया।


तुर्कमेनिस्तान की सरकार ने सभी इंटरनॅशनल फ्लाइट्स पर रोक लगा दी। सिर्फ आवश्यक सामग्री और लोगों को लाने वाली फ्लाइट्स को ही देश में आने की अनुमति थी। मुख्य एयरपोर्ट आबादी से काफी दूर होने की वजह से अस्पतालों की व्यवस्था यही की गई ताकि वायरस आबादी तक न पहुंचे।

देश की सीमा के साथ शहरी और कस्बाई क्षेत्रों में कंट्रोल पॉइंट बनाए गए ताकि दूसरे रास्तों से आने वाले लोगों की जांच की जा सके। डोमेस्टिक फ्लाइट्स में भी जांच और गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराया गया। देश में स्पेशल मेडिकल ग्रुप बनाया गया जिनका काम केवल कोविड से बचाव के पूरे इंतजाम करना था।


तुर्कमेनिस्तान की सरकार ने कोरोना के खिलाफ टीकाकरण को लेकर काफी मुस्तैदी दिखाई और सितंबर 2022 तक यहां कुल 1 करोड़ 35 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन की डोज़ दी जा चुकी थी। कड़े कोरोना नियमों का पालन और टीकाकरण के चलते आज इस देश में कोरोना का एक भी मामला नहीं है।