अब Mobile Phone की तरह इंसान भी होंगे कंट्रोल, होगी दिमाग की हैकिंग! जानें- ये नया प्लान…

Neuralink Chip: क्या यह संभव है कि इंसानों को स्मार्टफोन की तरह ही नियंत्रित किया जा सके? ऐसी संभावनाओं पर चर्चा तेज है। इसकी वजह है एलन मस्क की नई ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस कंपनी, जिसकी घोषणा एलन मस्क ने पिछले हफ्ते की थी। इसमें इंसान के दिमाग में एक न्यूरालिंक डिवाइस फिट की जाएगी, जिसे लेकर कई तरह की चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं। आइए जानते हैं इस नए आविष्कार के बारे में।

इसमें क्या है चिंताजनक?

दरअसल, इसे लेकर ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इंसान के दिमाग में चिप फिट करना कोई आसान काम नहीं है। इसके लिए मेडिकल सर्टिफिकेट की जरूरत होगी। डॉक्टरों और परिजनों के सुझाव के बाद ही इसे मानव मस्तिष्क में फिट किया जाएगा।

यह चिप एक मेडिकल डिवाइस की तरह काम करेगी। इससे उन लोगों को फायदा होगा जो लकवाग्रस्त हो गए हैं। इस डिवाइस की मदद से लकवाग्रस्त लोगों के दिमाग को एक चिप की मदद से सक्रिय किया जाएगा। साथ ही मानसिक रूप से बीमार लोगों के लिए भी यह डिवाइस फायदेमंद साबित हो सकती है। हालाँकि इसके दुरुपयोग से भी इनकार नहीं किया जा सकता।

कई स्तरों पर हुआ परीक्षण

इस डिवाइस को कई तरह के परीक्षणों से गुजारा गया है। न्यूरालिंक डिवाइस को लेकर पिछले कई सालों से रिसर्च चल रही है। साथ ही इसके दुरुपयोग को लेकर कई जानवरों पर लैब टेस्ट भी किए गए हैं। हमें इस तकनीक पर काम करते हुए लगभग 10 साल हो गए हैं। ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस का जिक्र सबसे पहले साल 1963 में हुआ था। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के न्यूरोसाइंटिस्ट विलियम ग्रे वाल्टर ने इसका जिक्र किया था।