AI Voice Clone Fraud : दोस्त-रिश्तेदार की आवाज में करते हैं कॉल, पता चलने से पहले Bank Account हो जाएगा खाली!

AI Voice Clone Fraud : आज के समय में जहां एक और AI लोगों के बहुत सारे काम सेकंड में कर देता है तो वहीं दूसरी ओर AI के कुछ दुरुपयोग भी सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के वॉइस क्लोनिंग का। दरअसल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI द्वारा वॉइस क्लोनिंग से आप किसी भी व्यक्ति की वॉइस को परिवर्तित कर सकते हैं।

हाल ही में यूपी के गाजियाबाद जिले में ठगो ने वॉइस क्लोनिंग द्वारा 12 लाख 70000 रुपए की ठगी की है। इस दौरान ठगो एक लड़के की रोती हुई आवाज उसके परिवार वालों को सुनाई और उसके बदले में उन्होंने 12 लाख 70000 रुपए की रकम मांगी। अब आप यह सोच रहे होंगे कि आखिर यह पूरा मामला क्या है तो आइए अब हम आपको AI वॉइस क्लोनिंग द्वारा किए जा रहे ठगो के बारे में विस्तार से बताते हैं।

स्कैमर ने ठगे 12.70 लाख रुपए

दरअसल यूपी के गाजियाबाद के राजनगर में रहने वाले एक कारोबारी के मोबाइल पर बुधवार को एक व्हाट्सएप कॉल आया। जिसमें बताया गया कि वह दिल्ली पुलिस के अफसर बोल रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके बेटे पर रेप केस लगा है और यदि वह इस केस से बचना चाहते हैं तथा मामले को यहीं पर दबाना चाहते हैं तो उसके लिए उन्हें रुपए चुकाने होंगे। परिवार को इस बात पर यकीन दिलाने के लिए ठगो ने उनके बेटे से फोन पर बात भी कार्रवाई जो कि खुद को बचाने की गुहार लगा रहा था।

जब परिवार वालों ने उनके बेटे की आवाज कॉल पर सुनी तब उन्हें यकीन हो गया कि उनका लड़का सचमुच में रेप केस में फस गया है और उन्होंने फिर ठगो द्वारा मांगे गए 12 लाख 70000 रुपए तुरंत भेज दिए। परंतु जब एक बार पैसे देने के बाद ठगो ने दूसरी बार वापस ज्यादा रूपयो की मांग की तो फिर परिवार वालों को शक हुआ और उन्होंने फिर अपने बेटे के फोन पर कॉल किया तब उन्हें पता चला कि उनका बेटा सही है। तब उन्हें बेहद ही आश्चर्य हुआ। वह अपनी शिकायत लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचे और फिर अपना केस दर्ज करवाया।

जानिए क्या होती है AI वॉइस क्लोनिंग

आपको बता दे कि AI वॉइस क्लोनिंग एक ऐसी तकनीक है जिसमें आप किसी भी इंसान की आवाज की नकल कर सकते हैं। इस नकली आवाज को बनाने में मात्र तीन या चार सेकंड की ऑडियो रिकॉर्डिंग ही पर्याप्त रहती है। सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर कंपनी McAfee द्वारा बताया गया कि कुछ बेसिक जानकारी द्वारा ही किसी भी अनजान शख्स की आवाज से 85 फ़ीसदी मिलती-जुलती हुई नकली आवाज तैयार की जा सकती है। वही रिपोर्ट के अनुसार वॉइस क्लोनिंग के कुछ एक्सपर्ट छोटी-छोटी ऑडियो फाइल्स की मदद से 95 फ़ीसदी तक नकली आवाज भी तैयार कर सकते हैं।

AI क्लोनिंग से बचने के लिए करें यह उपाय

क्लोनिंग जैसे ठग मामले आपके साथ नहीं हो उसके लिए आपको निम्नलिखित बातों का जरूर ध्यान देना चाहिए।

  1. अपने ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर जैसी आवश्यक जानकारी किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहिए।
  2. अपने स्मार्टफोन में हमेशा कॉलर आईडी फीचर को ऑन रखना चाहिए। ताकि यह आपको अलर्ट रखेगा की आपको कौन और कहां से फोन कर रहा है तथा आपको यह भी बताएगा कि आपका फोन पर आने वाली कॉल स्कीम है या फिर मार्केटिंग।
  3. यदि इसी प्रकार का कॉल आपके पास आए तो सबसे पहले उसकी हकीकत जानने का जरूर प्रयास करें तथा कुछ भी शक होने पर साइबर सेल से मदद जरूर ले।