करोड़ो भारतीयों के फोन-आधार नंबर पर खतरा! कही आपका डेटा लीक तो नहीं हुआ?

Aadhaar Data Leak : आज देश में कई टेलिकॉम कंपनियां काम रही है। उपभोक्ताओं की संखया काफी अधिक है। 75 करोड़ भारतीय टेलीकॉम यूजर्स हैकर्स के निशाने पर हैं। उनका निजी डेटा डार्क वेब पर बेचा जा रहा है।

मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय दूरसंचार विभाग (DoT) ने टेलीकॉम कंपनियों से सिस्टम का ऑडिट करने को कहा है। हैकर्स ने यूजर्स के फोन नंबर और आधार कार्ड जैसी डिटेल्स चुरा ली हैं। लोग आसानी से साइबर धोखाधड़ी का शिकार बन सकते हैं। आइए जानते हैं मामला

साइबर सुरक्षा फर्म CloudSEK ने दावा किया कि हैकर्स के एक समूह ने भारतीय मोबाइल नेटवर्क उपभोक्ताओं का एक बड़ा डेटाबेस बिक्री के लिए डार्क वेब पर डाल दिया है। इसे बेचने के लिए वे 3 हजार डॉलर (करीब 25 लाख रुपये) की मांग कर रहे हैं।

85 फीसदी भारतीय आबादी खतरे में

डार्क वेब पर उपलब्ध डेटासेट में 85 फीसदी भारतीय यूजर्स का डेटा हो सकता है। अगर ऐसा हुआ तो यह अपनी तरह का सबसे बड़ा डेटा लीक होगा। हैकर्स ने यूजर्स के नाम, मोबाइल नंबर, पता और आधार कार्ड जैसी डिटेल्स चुरा ली हैं। इस डेटा का साइज 1.8TB है, जबकि कंप्रेस करने पर यह 600GB हो जाता है।

डार्क वेब पर अपना डेटा कैसे जांचें

अब आप सोच रहे होंगे कि क्या आपका डेटा लीक हो गया है? इस चीज़ को आप आसानी से चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको Google One की मदद लेनी होगी। जीमेल आदि का उपयोग करने वाले लोग Google One का उपयोग करके यह जांच सकते हैं कि उनका डेटा डार्क वेब पर है या नहीं। इसके लिए आपको Google One का सब्सक्रिप्शन प्लान खरीदना होगा।