Saturday, July 27, 2024
Railway News

Train Ticket : ट्रेन के मिडिल बर्थ पर आप कितने बजे तक सो सकते हैं ? जान लीजिए ये नियम….

Train Ticket Rules : भारतीय रेलवे (Indian Railway) की ट्रेनों से सफर करना लोगों के लिए बेहद आरामदाय होता है, इसीलिए हर रोज लगभग 2 करोड़ से अधिक लोग ट्रेन से सफर करते हैं. जिनकी सुविधा को देखते हुए भारतीय लगातार रेल नेटवर्क को बढ़ावा दे रही है और आज के समय में हर रोज 22 से भी अधिक ट्रेनों का संचालन किया जाता है. अब इतना बड़ा नेटवर्क होने के कारण पैसेंजर्स की सुविधा को देखते हुए रेलवे कई तरह की सीट की सुविधा भी उपलब्ध कराती है.

हालांकि, सफर के दौरान आपने भी मिडिल बर्थ को लेकर हुए झंझट को जरूर ही देखा होगा. क्योंकि काफी मिडिल बर्थ (Middle Berth) रेलवे द्वारा बनाए गए नियम का पालन न करते हुए अपनी मर्जी अनुसार बर्थ को पहले ही खोलने लगते हैं. तो आइए आज हम नियम के बारे में जानते हैं ताकि आगे कभी सफर के दौरान आपके साथ किसी भी तरह की समस्या ना हो..

इतने बजे तक सोने का है नियम

बता दें कि, भारतीय रेलवे (Indian Railway) अपने पैसेंजर की सुविधा का खास ख्याल रखते हुए तरह- तरह के बर्थ जोकर रखा है. जिसमें लोअर बर्थ, उपर बर्थ, साइड लोअर और साइड उपर बर्थ के अलावा मिडिल बर्थ शामिल है. हालांकि, इनमें से सभी बर्थ हमेशा के लिए खुले होते हैं जबकि मिडिल बर्थ (Middle Berth) को लेकर खास नियम बनाया गया है. क्योंकि ये उपर और लोअर बर्थ के बीच होती है. इसीलिए मिडिल बर्थ सीट बुक करने वाला रात के 10 बजे से खोकर इस्तेमाल कर सकता है और सुबह के 6 बजे तक ही इस्तेमाल कर सकता है.

टिकट चेक करने का नहीं है अधिकार

वहीं भारतीय रेलवे ने टिकट चेक को लेकर नियम बनाया है और इस नियम के तहत कोई भी TTE रात के 10 बजे के बाद और सुबह के 6 बजे से पहले टिकट नहीं चेक कर सकता है. अगर कोई टीटीई ऐसा करना है तो पैसेंजर्स इसकी शिकायत भी कर सकते हैं. इस नियम को रेलवे ने इस लिए बनाया है क्योंकि यात्रियों को सफर के दौरान असुविधा ना हो.

Vivek Yadav

विवेक यादव डिजिटल मीडिया में पिछले 2 सालों से काम कर रहे हैं. thebegusarai में विवेक बतौर कंटेंट राइटर कार्यरत हैं. इससे पहले 'एमपी तेजखबर' के साथ इन्होंने अपनी पारी खेली है. विवेक ऑटो, टेक, बिजनेस, नॉलेज जैसे सेक्शन में लिखने में इनकी विशेष रुचि है. इन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से अपनी स्नातक की पढ़ाई की है। काम के अलावा विवेक को किताबें पढ़ना, लिखना और नई जानकारी जुटना काफी अच्छा लगता है।