Friday, July 26, 2024
Railway News

Indian Railway : मिडिल बर्थ के नए नियम को जानते हैं आप? जुर्माने से बचने के लिए पढ़े पूरी खबर….

Indian Railway : पिछले 177 सालों से भारतीय रेलवे लोगों की सेवा में तत्पर रहा है और अब भी यह लोगों की पहली पसंद बना हुआ है। देखा जाए तो भारतीय रेलवे (Indian Railway) में सफर करना हर किसी को पसंद होता है क्योंकि यह काफी आरामदायक और सुविधाजनक है।

इसलिए हर कोई सबसे पहले यात्रा के मामले में रेलवे को ही चुनना पसंद करता है और दुविधा से बचने के लिए वह एडवांस में ही टिकट बुकिंग करवा लेता है ताकि सफर में उसे कोई परेशानी ना हो। आंकड़ों के अनुसार हर रोज भारतीय रेलवे (Indian Railway) में 23 मिलियन यात्री सफर करते हैं।

क्या आपको पता है ये नियम

कई बार हमें हमारे गंतव्य तक की कंफर्म टिकट नहीं मिल पाती है और इससे हमें वेटिंग में सफर करना पड़ता है लेकिन ये काफी खतरनाक हो सकता है। क्योंकि पकड़े जाने पर आपको TTE को जुर्माना देना पड़ेगा या जेल भी हो सकती है। इसलिए आप चाहे तो अपने गंतव्य से पहले किसी स्टेशन की टिकट बुकिंग करवा सकते हैं जो उपलब्ध हो और फिर ट्रेन में TTE से अपने स्टेशन की टिकट ले सकते हैं लेकिन इस दौरान आपकी सीट बदल सकती हैं।

मिडिल बर्थ को लेकर है ये नियम

इसी तरह मिडिल बर्थ को लेकर भी रेलवे का खास नियम बनाया गया है और इस नियम के अनुसार आप कभी भी दिन के समय में मिडिल बर्थ नहीं खोल सकते है। ऐसा इसलिए क्योंकि दिन के समय लोग अपर और लोअर बर्थ पर बैठना चाहते है। इस नियम के अनुसार कोई भी यात्री रात को 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक मिडिल बर्थ खोल सकते है।

यात्रियों के पास है ये फायदा

इसके अलावा रेलवे (Indian Railway) के इन नियमों से यात्रियों को भी फायदा मिलता है। इसके अनुसार अगर आप बोर्डिंग स्टेशन पर अपनी ट्रेन को मिस कर देते है तो घबराने की कोई बात नहीं है क्योंकि अब आप अगले दो स्टेशन तक अपनी ट्रेन को पकड़ सकते है और अपनी सीट पर सफर कर सकते है। इस नियम के अनुसार TTE आपकी सीट किसी और को नहीं दे सकता है। लेकिन दो स्टेशन छूट जाने के बाद आपकी सीट और किसी यात्री को दी जा सकती है।

Durga Partap

दुर्गा प्रताप पिछले 1 सालों से बतौर Editor में के रूप में thebegusarai.in से जुड़े। इन्हें बिजनेस, ऑटोमोबाइल्स और खेल जगत से जुड़ी खबरे को गहराई से लिखने में काफी दिलचस्पी है। पिछले 5 साल से वह कई समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में लगातार योगदान देते रहे हैं। दुर्गा ने MDSU से BCA की पढ़ाई पूरी की है।