बदल जाएगा मुरादाबाद का नाम! अब इस नाम से जाना जा सकता है ये जिला….

डेस्क : उत्तर प्रदेश में जिलों और शहरों के नाम बदलने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में एक और जिले का नाम बदलने को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। इस जिले का नाम है मुरादाबाद। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मुरादाबाद का नाम बदलकर माधवनगर करने की मांग की है। इस जिले का नाम बदलने की चर्चा तब सामने आई जब बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर शास्त्री ने अपनी कथा में नाम बदलने की मांग की। आइये विस्तार से जानते हैं।

माधवनगर की क्या है कहानी

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कथा में कहा कि इस पीतल नगरी में काली माता का मंदिर है, शीतला माता का मंदिर है, सिद्धबली बाबा का मंदिर है इसके अलावा बृजघाट गंगा है। यहां रामगंगा नदी समेत कई अन्य नदियां भी हैं, इसलिए ऐसे शहर को मुरादाबाद नहीं बल्कि माधव नगर कहा जाना चाहिए। हालांकि, अभी तक इस मांग पर कोई राजनीतिक प्रतिक्रिया नहीं आई है और न ही इस पर कोई आधिकारिक फैसला लिया गया है।

किसी शहर का नाम बदलने की प्रक्रिया क्या है?

आप किसी भी शहर का नाम ऐसे ही नहीं बदल सकते। इसके लिए एक पूरी प्रक्रिया है। होम मिनिस्टर की गाइडलाइन के मुताबिक किसी भी शहर सड़क अथवा गांव के नाम वहां के स्थानीय लोगों के भावनाओं को ध्यान में रखकर बदला जा सकता है। वहीं यह भी ख्याल रखना होगा कि इससे लोगों की भावनाएं आहत तो नहीं हो रही हैं।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किसी सड़क या मोहल्ले का नाम बदलने में स्थानीय नगर निगम और नगर पालिका जैसी संस्थाएं प्रमुख भूमिका निभाती हैं। वहीं अगर आप जिले या शहर का नाम बदलना चाहते हैं तो इसका प्रस्ताव कैबिनेट के पास जाता है।

इसके बाद कैबिनेट में प्रस्ताव पास होने के बाद ही शहर या जिले का नाम बदलने के फैसले पर मुहर लगती है। वहीं, जब कैबिनेट में प्रस्ताव पास हो जाता है, तब कहीं जाकर नए नाम का गजट होता है और फिर उस नए नाम पर आधिकारिक मुहर लगती है।