ये है बिहारी भैया- कभी ढाबे पर किया था काम, अब एक्टिंग से लोगों के दिल जीते हैं..

संजय मिश्रा : बिहार के दरभंगा में जन्मे संजय मिश्रा को आज किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है, संजय मिश्रा अपनी कॉमेडी से दर्शकों को हंसाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। मौजूदा समय में संजय मिश्रा का नाम एक बड़े कॉमेडियन और अभिनेता के तौर पर लिया जाता है।

संजय मिश्रा कवि ढाबे पर काम करते थे, आज वो इस मुकाम पर पहुंच गए हैं कि उन्हें किसी चीज की कमी नहीं है, हम उनसे जुड़ी हर बात जानेंगे। जानिए उनके संघर्ष के दिनों से लेकर आज तक की कहानी

ढाबे में किया काम : संजय मिश्रा के पिता शंभुनाथ मिश्रा पेशे से पत्रकार थे जबकि उनके दादा जिलाधिकारी थे। बिहार के दरभंगा में जन्मे सजय जब नौ साल के थे, तब उनका परिवार वाराणसी आ गया था। संजय ने अपनी शिक्षा वाराणसी के केंद्रीय विद्यालय बीएचयू कैंपस से पूरी की।

इसके बाद साल 1989 में बैचलर डिग्री पूरी करने के बाद 1991 में उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन लिया। आज संजय के पास फॉरच्यूनर और बीएमडब्ल्यू जैसी लग्जरी गाड़ियां हैं। पटना और मुंबई में कई घर हैं। कभी गरीबी में दिन गुजारने को मजबूर संजय मिश्रा आज करीब 20 करोड़ के मालिक हैं।

ऐसे हुई करियर की शुरुआत : मिश्रा के पिता का देहांत उनके करियर के शुरुआती दिनों में ही हो गया था। इसके बाद संजय का अभिनय में मन नहीं लगा, जिसके बाद वे मुंबई न जाकर उत्तराखंड (तब उत्तर प्रदेश) में ऋषिकेश चले गए। यहां वह एक ढाबे पर काम करने लगा। संजय की जिंदगी और करियर में टर्निंग प्वाइंट तब आया जब रोहित शेट्टी ने उन्हें अपनी फिल्म ‘गोलमाल’ में काम करने का ऑफर दिया। कहा जाता है कि इसके बाद भी संजय फिल्मों में काम नहीं करना चाहते थे, लेकिन रोहित ने ही उन्हें अपनी अगली फिल्म ‘ऑल द बेस्ट’ में एक बार काम करने का ऑफर दिया था। इसके बाद संजय ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।