Ration Complaint : कम राशन देने वाले डीलरों के खैर नहीं! नोट कर लें ये नंबर, झट से होगा एक्शन!

Ration Card Complaint : दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश भारत बन चुका है और यहां पर काफी सारे लोग गरीब वर्ग के भी हैं। ऐसे में लोगों तक सब्सिडी पर राशन पहुंचाने का काम केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा किया जा रहा है।

खाद्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार गरीब वर्ग के लोगों तक सस्ती कीमत पर अनाज पहुंचा रही है। लेकिन अन्य सरकारी योजनाओं की तरह इसमें भी एक गड़बड़ी देखने को मिल रही है। कई बार लोगों तक राशन नहीं पहुंच रहा है तो कई बार उन्हें कम मात्रा में राशन दिया जा रहा है।

कोरोना के बाद हुआ विस्तार

देश में कोरोना महामारी आने के बाद कई सारे लोगों की नौकरी चल जाने से उनके सामने खाने-पीने का संकट आ गया था। लॉकडाउन लग जाने से कई धंधे चौपट हो चुके थे। इसलिए लाखों लोग बेरोजगार भी हो गए थे। इसलिए सरकार ने सब्सिडी पर या मुफ्त में राशन देने की योजना का विस्तार किया है। वर्तमान में देश के करोड़ों परिवारों को सरकार की इस योजना का लाभ मिल रहा है।

आसान है शिकायत करना

गरीब वर्ग के लोगों को राशन की दुकानों से सब्सिडी पर या निशुल्क राशन दिया जा रहा है। कई बार राशन डीलर राशन देने में गड़बड़ी करते हैं। कई बार लोगों की शिकायत आती है कि उन्हें राशन नहीं मिल रहा है और राशन मिलता है तो उन्हें कम मात्रा में मिल रहा है। कई बार घटिया अनाज मिलने की शिकायत भी आती रहती है।

अगर आपको भी ऐसी परेशानी आ रही है तो केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा अब शिकायत करने की प्रक्रिया को आसान बना दिया गया है। ऐसे में राज्य सरकारों द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं जिन पर आप आराम से शिकायत कर सकते हैं। आपकी शिकायत के बाद राशन डीलर पर तुरंत कार्यवाही होगी।

राशन डीलर पर होगी बड़ी कार्रवाई

आप चाहे तो अपने राज्य के हेल्पलाइन नंबर को ऑनलाइन भी निकाल सकते हैं। इसके लिए सरकारी वेबसाइट https://nfsa.gov.in/ पर हेल्पलाइन नंबरों की लिस्ट दी गई है। आप इन नंबर पर कॉल करके राशन डीलर की शिकायत कर सकते हैं। अगर शिकायत दर्ज होने के बाद कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो इसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई होगी। गलती होने पर राशन डीलर को जुर्माने के साथ जेल भी जाना पड़ सकता है।

देखें राज्यवार हेल्पलाइन नंबर

  • आंध्रप्रदेश: 1800-425-2977
  • अरुणाचल प्रदेश: 03602244290
  • असम: 1800-345-3611
  • बिहार: 1800-3456-194
  • छ्त्तीसगढ़: 1800-233-3663
  • गोवा: 1800-233-0022
  • गुजरात: 1800-233-5500
  • हरियाणा: 1800-180-2087
  • हिमाचल प्रदेश: 1800-180-8026
  • झारखंड: 1800-345-6598, 1800-212-5512
  • कर्नाटक: 1800-425-9339
  • केरल: 1800-425-1550
  • मध्यप्रदेश: 181
  • महाराष्ट्र: 1800-22-4950
  • मणिपुर: 1800-345-3821
  • मेघालय: 1800-345-3670
  • मिजोरम: 1860-222-222-789, 1800-345-3891
  • नागालैंड: 1800-345-3704, 1800-345-3705
  • ओडिशा: 1800-345-6724 / 6760
  • पंजाब: 1800-3006-1313
  • राजस्थान: 1800-180-6127
  • सिक्किम: 1800-345-3236
  • तमिलनाडु: 1800-425-5901
  • तेलंगाना: 1800-4250-0333
  • त्रिपुरा: 1800-345-3665
  • उत्तर प्रदेश: 1800-180-0150
  • उत्तराखंड: 1800-180-2000, 1800-180-4188
  • पश्चिम बंगाल: 1800-345-5505
  • दिल्ली: 1800-110-841
  • जम्मू: 1800-180-7106
  • कश्मीर: 1800-180-7011
  • अण्डमान और निकोबार द्वीप समूह: 1800-343-3197
  • चण्डीगढ़: 1800-180-2068
  • दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव: 1800-233-4004
  • लक्षद्वीप: 1800-425-3186
  • पुदुच्चेरी: 1800-425-1082