बर्फ को माना जाता था लग्जरी, अमेरिका से भारत आयी थी पहली बर्फ की इतनी बड़ी सिल्ली

डेस्क : क्या आप जानते हैं की आज घर-घर में दिखने वाली बर्फ एक समय पर भारत में नहीं हुआ करती थी। आज हम आपको बताने वाले हैं कि आखिर कब भारत में पहली बर्फ की शुरुआत हुई और कैसे उस जमाने में बर्फ को लाकर इस्तेमाल किया गया। जब भारत में अंग्रेजों का शासन हुआ करता था। पहले कभी किसी ने सोचा भी नहीं था की आखिर लोगों के घरों में रेफ्रीजिरेटर होगा जिसमें बर्फ जमाई जाएगी।

उस वक्त 1835 में बर्फ का एक पूरा का पूरा जहाज कोलकाता लाया गया था, ज्यादा जानकारी के लिए बता दे कि हम लोग जब भी अपने घर में लस्सी, कोल्ड ड्रिंक, दही या किसी भी ऐसी चीज का इस्तेमाल करते हैं। जिसमें हमको बर्फ डालने की जरूरत पड़ती है तो वह कोल्ड ड्रिंक हमको बहुत अच्छी लगती है। यदि हम गर्मी में बर्फ का नाम भी लेलें तो हमारी गर्मी भाग जाती है।

पहले जहाज़ के जरिए ही करीब 180 टन्न बर्फ को लकड़ी के बुरादे से लपेटकर लाया जाता था और भारत में बेचा जाता था। इस बर्फ को संभाल कर रखने के लिए बड़े-बड़े आइस हाउस तैयार किए गए थे। मुगल काल में भी बर्फ का इस्तेमाल होता था लेकिन यह बर्फ हिमालय से लाई जाती थी और हिमालय से आगरा तक इस बर्फ को लाते लाते यह बर्फ पिघल जाती थी। बता दें कि इस बर्फ को हिमालय से आगरा तक लाने में ही लोगों के पसीने छूट जाते थे। बर्फ की बड़ी बड़ी सिल्लियों को हाथी पर लादकर लाया जाता था।