Flight Knowledge : ठंड का महीना चल रहा है. ऐसे में घने कोहरे की वजह से बिलिजिबिलिटी भी बराबर नहीं दिखाई दे रही है. अलग-अलग जगह पर बड़े से बड़े हादसे हो रहे हैं कहीं पर गाड़ियां एक दूसरे से टकरा रही हैं तो कहीं पर ट्रेन काफी लेट चल रही है.
लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि इतना घना कोहरा होने के बावजूद भी हवाई जहाज रनवे पर आसानी से लैंड हो जाते हैं. आखिर इसके पीछे की क्या वजह है और ऐसा कैसे होता है? आइए आज इसी सवाल का जवाब जानते हैं..
ये है टेक्नोलॉजी
घने कोहरे के बावजूद भी जब हवाई जहाज रनवे पर आसानी से लैंड होता है तो उसे लैंड करने के लिए CAT III B नेविगेशन सिस्टम टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है. अगर इस सिस्टम का इस्तेमाल न किया जाए तो कोई भी हवाई जहाज आसानी से रनवे पर लैंड नहीं कराया जा सकता है.
दरअसल, इस सिस्टम में ऑटोमेटिक लैंडिंग और ऑटो पायलट मोड होता है. जिसकी वजह से यह सेटेलाइट से कनेक्ट किया जाता है और यह आसानी से रनवे पर लैंड हो जाता है इसमें पायलट का किसी तरह की जरूरत नहीं होती है.
क्या है खास ?
- इस सिस्टम में ऐसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है जो समय-समय पर जमीन और विमान के बीच की दूरी बताती रहती है.
- अगर बिलीजीबिलटी की सुननी है तो भी आसानी से लोको पायलट हवाई जहाज को लैंड कर सकता है.
- वहीं अगर पायलट चाहे तो जहाज को होल्ड करके भी रख सकता है और सिग्नल मिलाने के बाद उसे आसानी से लैंड भी करवा सकता है.