Bank Merger : अब इन सरकारी बैंकों का होगा मर्जर! कही आपका भी Account तो नहीं है….

Banks Merger in India : खबर आ रही है कि कुछ सरकारी बैंकों का मर्जर होने वाला है। ऐसे में यूनियन बैंक और यूको बैंक का मर्जर होने वाला है और इसके अलावा बैंक ऑफ़ इंडिया और बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र का मर्जर होने वाला है। इस खबर को सुनने के बाद ग्राहकों में चिंता बढ़ चुकी है कि अब उनके खातों का क्या होगा?क्या ग्राहकों को मिलने वाली सेवाओं पर कुछ प्रभाव पड़ेगा या नहीं? आइये जानते हैं सब के बारे में…..

अकाउंट होल्डर्स पर क्या पड़ेगा असर?

इसका असर अकाउंट होल्डर पर भी पड़ेगा। जिस बैंक में दूसरा बैंक का विलय हो रहा है ग्राहक उसके खातेदार बने रहेंगे। इसके अलावा उन्हें नया डेबिट कार्ड, चेक बुक और डायरी भी दी जा सकती है। ऐसे में उनका IFSC भी बदल सकता है।

इसकी वजह से आपको इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, इंश्योरेंस प्रोवाइडर और अपने म्यूचुअल फंड निवेश के लिए आईएफएससी और बाकी जानकारी अपडेट करनी होगी। इसके बाद आपको अपने SIP, EMI और ऑटो पेमेंट बिल को नए निर्देश देने होंगे।

FD वालों का क्या होगा?

जिन लोगों ने फिक्स्ड डिपाजिट करवा रखा है उनका बैंक बदल सकता है लेकिन उन्हें ब्याज दर को लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। चाहे फिर विलय की गई यूनिट की ब्याज दर कम हो या ज्यादा आपको पुरानी ब्याज दर के हिसाब से ही रिटर्न मिलेगा। लेकिन सेविंग अकाउंट में मिलने वाली ब्याज दर में बदलाव हो सकता है।

लोन लिया है तो क्या होगा?

अगर आपने किसी बैंक से ब्याज लिया है जिसका मर्जर होने वाला है तो भी उसकी ब्याज दर को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। MCLR बेस्ड लोन मामलों में ब्याज रिसेट अवधि पर रिसेट किया जायेगा। वहीं अगर लोन बेस रेट पर है तो ग्राहकों को मर्जर के बाद एमसीएलआर पर स्विच करने का विकल्प मिल सकता है। आपका लोन मर्ज की गई इकाई में ट्रांसफर कर दिया जाएगा और आप हमेशा की तरह ईएमआई का भुगतान करना जारी रखेंगे।

बैंक कर्मचारियों का क्या होगा?

ऐसे में बैंक की कुछ ब्रांच बंद भी हो सकती है जिसके बाद कर्मचारियों का ट्रांसफर दूसरी ब्रांच में किया जा सकता है। बैंक मर्जर के बाद होने वाले छोटे-छोटे बदलावो के लिए आपको तैयार रहना होगा और अपने बैंक पर भरोसा रखना होगा कि समय आने पर वह आपको पूरी जानकारी देगा।