Saturday, July 27, 2024
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सामने आया बड़ा राज – Tajmahal को शाहजहां नहीं बल्कि मान सिंह ने बनवाया, जानिए-

Tajmahal : दुनिया में सात अजूबों में से एक ताजमहल को लेकर अब नई बात सामने आई है जिसमें हिंदू सेना ने दावा किया है कि ताजमहल को शाहजहां ने नहीं बल्कि मानसिंह ने बनवाया था। इस बारे में हाई कोर्ट ने पुरातत्व विभाग को सर्वेक्षण करने का आदेश दिया है.

क्योंकि हिंदू सेना ने कुछ समय पहले कहा था कि इतिहास को सही किया जाए और लिखा जाए कि ताजमहल को शाहजहां ने नहीं बल्कि मानसिंह ने बनाया था। इस पर चीफ जस्टिस चंद्र शर्मा और जस्टिस तुषार राव ने ASI को विचार करने की सलाह देते हुए जनहित याचिका का निपटारा किया है।

बेंच ने जानकारी दी कि याचिकाकर्ता इन्हीं मांगों के साथ पहले सुप्रीम कोर्ट के पास गए थे और उन्होंने भी कहा था कि हिंदू सेना के लोग पुरातत्व विभाग के पास जाये। लेकिन जब ASI ने इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया तो उन्होंने HC में याचिका दायर की जिसके बाद HC ने ASI को इस पर विचार करने के आदेश दिए है। खुद को हिंदू सेना का अध्यक्ष बताने वाले सुरजीत सिंह यादव ने दावा किया है कि पहले ताजमहल को मानसिंह ने बनवाया था फिर उसका पुनरुद्धार शाहजहां का आया था।

इसके अलावा सुरजीत सिंह यादव ने हाईकोर्ट से अपील की है कि वह ASI, यूपी सरकार और नेशनल आर्काइव ऑफ इंडिया को आदेश दें कि इतिहास से गलत जानकारी हटाई जाए। इसके अलावा ASI द्वारा ताजमहल की उम्र और राजा मानसिंह के महल के बारे में भी पूरी जानकारी ली जाए। उन्होंने दावा किया है कि ताजमहल पर उन्होंने गहन अध्ययन किया है और लोगों को भी इसकी सच्चाई का पता चलना चाहिए।

हिंदू सेना के अध्यक्ष से सुरजीत सिंह यादव ने ताज म्यूजियम नामक किताब के बारे में बात करते हुए कहा है कि मुमताज की मौत होने के बाद उसे दफनाने के लिए एक सुंदर जगह का चुनाव किया गया था। यह जगह राजा मानसिंह द्वारा बनाया गया महल था जो उनके पोते जय सिंह के अधिकार में था। इसी दौरान मुमताज की उसे महल में मौत हो गई थी। यादव ने बताया कि ताजमहल को कुछ और नहीं मानसिंह का ही महल है जहां पर मुमताज को दफनाया गया है। उन्होंने बताया कि इतिहास में कहीं भी नहीं लिखा है कि उस महल को गिराया गया था।

Durga Partap

दुर्गा प्रताप पिछले 1 सालों से बतौर Editor में के रूप में thebegusarai.in से जुड़े। इन्हें बिजनेस, ऑटोमोबाइल्स और खेल जगत से जुड़ी खबरे को गहराई से लिखने में काफी दिलचस्पी है। पिछले 5 साल से वह कई समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में लगातार योगदान देते रहे हैं। दुर्गा ने MDSU से BCA की पढ़ाई पूरी की है।