Petrol Pump वाले आपको ऐसे लगाते हैं चूना, जेब कटने से बचानी है तो जान लें तरीका….

Petrol Pump Fraud In India: आज हर किसी के पास टू व्हीलर या फोर व्हीलर देखने को मिल जाती है और लोगों में पेट्रोल पंप को जाकर फ्यूल भी भरवाते हैं। अक्सर देश के विभिन्न पेट्रोल पंप से यह खबरें सुनने को मिलती है कि लोगों के साथ पेट्रोल पंप पर धोखाधड़ी हो रही है। इसके बाद लोग पेट्रोल पंप पर होने वाली धोखाधड़ी के प्रति जागरूक हो रहे हैं लेकिन फिर भी पेट्रोल पंप कर्मचारी धोखाधड़ी के नए-नए तरीके अपना रहे हैं।

पेट्रोल पंप पर छोटी-छोटी बात का ध्यान रखना मुश्किल हो सकता है लेकिन फिर भी थोड़ा सावधान रहने से आप इस धोखाधड़ी से बच सकते हैं। इसलिए आज हम आपको कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बताने जा रहे हैं जिनका पेट्रोल पंप पर फ्यूल भरवाते समय आपको ध्यान रखना होगा।

पंप का मीटर जीरो करवाएं

अगर आप पेट्रोल पंप पर फ्यूल भरवाने जाते हैं तो आपको मीटर पर सबसे पहले जीरो सेट करवाना होगा। यह बात सभी को आसानी से पता होती है। अगर आपको मीटर पर जीरो दिखाई नहीं दे रहा है तो इसे रिसेट करने के लिए कहे क्योंकि कई बार वे ज्यादा मात्रा से फ्यूल डालना शुरू कर देते है। इसलिए आपको कम पेट्रोल मिलता है, जबकि आप पैसे पूरे देते है।

विषम राशि में ईंधन खरीदे

कई बार लोग एक ही मात्रा की राशि में पेट्रोल भरवाते हैं जैसे कि ₹100, ₹500 या ₹1000 और इनमे कुछ कर्मचारी पहले से लिमिट सेट कर देते है। इसलिए ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए आप हमेशा विषम संख्या में फ्यूल भरवाएं, जैसे कि 347 रुपये, 683 रुपये आदि। इस तरह से पहले से सेट की गई मात्रा काम नहीं आएगी।

भराने से पहले चेक करें कौन सा है ईंधन

पेट्रोल पंप कर्मचारी कई बार आपकी गाड़ी में पावर पेट्रोल भर देते हैं जो कि सामान्य गाड़ियों में काम नहीं करता है। जबकि ये गाड़ियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है लेकिन इसका कोई फायदा भी नहीं है। लेकिन इसके लिए आपको ज्यादा पैसे देने पड़ेंगे।

रजिस्टर्ड पेट्रोल पंप पर भरवाए फ्यूल

अगर आप किसी जान पहचान वाले पेट्रोल पंप से फ्यूल करवाते हैं तो वह अन्य की तुलना में आपको सही पेट्रोल देगा। आपके द्वारा जाने-माने और भरोसेमंद पंप पर आमतौर पर अनुभवी और अच्छे कर्मचारी होते हैं, जिनके साथ बातचीत करना आसान होता है।

क्वांटिटी चेक के लिए कहे

अगर आपको ऐसा लग रहा है कि पेट्रोल पंप वाला कम मात्रा में फ्यूल दे रहा है तो आप उसे मात्रा चेक करने के लिए कह सकते है। इस मामले में, अटेंडेंट एक कैलिब्रेटेड ईंधन कंटेनर को विशिष्ट मात्रा में ईंधन से भरता है। यदि कंटेनर वांछित मात्रा में नहीं भरता है, तो आप जान जाएंगे कि पंप आपके साथ धोखा कर रहा है।