जन सुराज अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार में हर साल आने वाली बाढ़ और शहरी जलजमाव पर सरकार की नाकामी को खुलकर सामने रखा है। उन्होंने नेताओं की उस आदत पर निशाना साधा जिसमें हर बार नेपाल को दोष देकर खुद की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया जाता है।
“हर साल पानी आता है, घर उजड़ते हैं, लोग डूबते हैं… और नेता बस नेपाल को कोसते हैं। क्या यही समाधान है?”
— प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर बोले — बाढ़ कोई प्राकृतिक आपदा नहीं, ये सरकारी विफलता है
प्रशांत किशोर का कहना है:
“बाढ़ को हम बिहार की नियति नहीं, सरकार की लाचारी मानते हैं।”
उन्होंने कहा कि बिहार को हर साल डूबते देखना अब हमारी मजबूरी नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह सवाल होना चाहिए कि सिस्टम क्यों नहीं बदला?
जन सुराज का विजन: बाढ़ से मुक्ति के लिए ठोस नीति
प्रशांत किशोर ने बिहार को बाढ़ और जलजमाव से बचाने के लिए 3-सूत्रीय समाधान योजना प्रस्तुत की:
1. एकीकृत जल प्रबंधन नीति (Single Water Grid):
- कोसी, गंडक, बागमती जैसी नदियों को एक नेटवर्क में जोड़कर जल के प्रवाह को संतुलित करना।
- जरूरत के अनुसार जल हस्तांतरण प्रणाली बनाना।
2. तटबंध की राजनीति से ऊपर उठकर वैज्ञानिक योजना:
- हर साल तटबंध बनाने की बजाय स्थायी समाधान।
- स्थानीय लोगों और वैज्ञानिकों की भागीदारी से योजना का निर्माण।
3. शहरी जलजमाव पर ठोस एक्शन प्लान:
- पटना और अन्य शहरों में ड्रेनेज मास्टर प्लान लागू करना।
- स्मार्ट वाटर डिस्पोजल सिस्टम विकसित करना।
प्रशांत किशोर के जनता से 3 सीधे सवाल:
- क्या बाढ़ और जलजमाव अब “प्राकृतिक आपदा” नहीं बल्कि “सरकारी विफलता” बन चुकी है?
- हर साल बाढ़ आती है, लोग मरते हैं, घर उजड़ते हैं – क्या आपने कभी सोचा कि अब तक कोई स्थायी समाधान क्यों नहीं दिया गया?
- अब वोट “चेहरे” पर नहीं, “विजन” पर देना चाहिए – क्या आप तैयार हैं बदलाव के लिए?
बिहार की बाढ़ की हकीकत – आंकड़ों में
- हर साल ₹1000 करोड़ से अधिक बाढ़ राहत पर खर्च होते हैं।
- उत्तर बिहार के 70% इलाके बाढ़ के खतरे में रहते हैं।
- पटना जैसे शहरों में जलजमाव से जान-माल और स्वास्थ्य दोनों को खतरा।
जनता की उम्मीदें और चुनावी असर
जनता अब नेताओं के वादों से थक चुकी है। प्रशांत किशोर के सवाल अब बाढ़ प्रभावित इलाकों – दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, खगड़िया, बेगूसराय और पटना – में तेजी से चर्चा में हैं।
क्या अब जनता वोट देने से पहले ये सवाल पूछेगी?