Manish Kashyap News : बिहार के चर्चित यूट्यूबर और पत्रकार मनीष कश्यप जेल से रिहा हो चुके हैं। करीब 9 महीने से जेल बंद मनीष कश्यप (Manish Kashyap) के प्रशंसक उनके बाहर आने का इंतजार कर रहे थे।
त्रिपुरारी तिवारी (मनीष कश्यप) के जेल से बाहर निकलने के बाद दृश्य. pic.twitter.com/Gl74bKFGsk
— Shubham Shukla (@ShubhamShuklaMP) December 23, 2023
जब बात फैली कि मनीष कश्यप जेल से बाहर आ रहे हैं तो आज सुबह 5 बजे से ही जेल के बाहर लोगों की भीड़ जुटने लगी भीड़ इतना कि प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा, ताकि भीड़ शांत हो सके। अब मनीष कश्यप जेल के बाहर आ चुके हैं। लोगों का उनके स्वागत में जनसैलाब देखा जा रहा है। लोग उनका स्वागत ऐसे कर रहे हैं जैसे की कोई नेता विधानसभा या लोकसभा से चुनकर अपने क्षेत्र में पहुंचा हो।
बेऊर जेल के बाहर समर्थकों की भीड़, जेल से निकले यूट्यूबर मनीष कश्यप।#Manishkashyap pic.twitter.com/GmLy0290MX
— छपरा जिला ?? (@ChapraZila) December 23, 2023
मनीष कश्यप को शुक्रवार देर शाम रिहा किया जाना था, लेकिन रिहाई के दस्तावेजों में कुछ त्रुटि के कारण उन्हें जेल से रिहा नहीं किया जा सका। बताया जा रहा है कि उनका नाम मनीष कश्यप उर्फ त्रिपुरारी कुमार तिवारी है, लेकिन उसकी रिहाई के दस्तावेज में अधूरा नाम लिखा था, इसलिए रिहाई शनिवार को संभव हो सकी।
आपको बता दें कि तमिलनाडु में उनके खिलाफ दर्ज सभी मामलों में उन्हें पहले ही जमानत मिल चुकी थी। अब पटना हाई और सिविल कोर्ट से सभी मामलों में जमानत मिलने के बाद उनकी रिहाई का रास्ता साफ हो गया है। हालाँकि, अदालत के कागजात में कुछ त्रुटि के कारण रिहाई में कुछ समय लगा। दरअसल, बेतिया कोर्ट से प्रोडक्शन वारंट पर सहमति मिलनी बाकी थी। बेतिया कोर्ट से कागजात आने के बाद रिहाई संभव हो सकी।
इससे पहले शनिवार की सुबह करीब 10 बजे बेतिया कोर्ट से मनीष कश्यप की रिहाई संबंधी आदेश बेउर जेल प्रशासन के पास पहुंचा। इसके साथ ही मनीष कश्यप के वकील भी बेउर जेल पहुंचे। कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद मनीष कश्यप को जेल से रिहा कर दिया गया।
आज मनीष कश्यप की रिहाई की खबर सुनकर बेउर जेल के बाहर मनीष कश्यप के समर्थकों की भीड़ जमा हो गई है। पटना के बेउर जेल से उनकी रिहाई की खबर सुनने के बाद शुक्रवार से ही बड़ी संख्या में उनके समर्थक जेल के बाहर जमा हो गये थे। हालात ऐसे हो गए कि सड़क जाम होने के कारण मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी।