Bihar sports: बिहार का खेल जगत लगातार नई ऊचाइंयों को छू रहा है. यह दौर नई पहचान, नए अवसर और निरंतर प्रोत्साहव का केंद्र बनता जा रहा है. बिहार पिछले कई सालों से कई आयाम छू रहा है. राज्य और केंद्र सरकार दोनों के सहयोग से बिहार अब केवल प्रतिभा देने वाला राज्य नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर के खेल आयोजनों और ओलंपिक तैयारी और ओलिंपिक तैयारी का मजबूत केंद्र भी बन रहा है. बिहार में खिलाड़ियों के लिए इसके बाद भी एक और बड़ी खुशखबरी सामने आई है.
Bihar sports: पहले नेशनल यूथ गेम्स 2028 की मेजबानी
बिहार 2028 में होने वाले पहले नेशनल यूथ गेम्स की मेजबानी करेगा. भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पी.टी उषा ने इसके लिए अपनी सहमति दे दी है. यह फैसला बिहार के खेल इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा. इस मेजबानी से न सिर्फ राज्य के युवा खिलाड़ियों के घरेलू स्तर पर मंच मिलेगा बल्कि खेल संरचना, कोचिंग और प्रशिक्षण व्यवस्था को भी एक नई मजबूती मिलेगी.
Bihar sports: खुलेगी तलवारवाजी का ट्रेनिंग सेंटर
बिहार में तलवारबाजी यानि फेंसिंग का ओलंपिक ट्रेनिंग सेंटर खुलने का रास्ता भी साफ हो गया है. केंद्रीय खेल मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने इस प्रस्ताव पर अपनी सहमति दे दी है. बिहार की खेल मंत्री श्रेयसी सिंह ने राज्य में ओलंपिक ट्रेनिंग सेंटर खोलने का प्रस्ताव रखा था. इस को मान्यता मिलना बिहार के लिए बड़ी बात है. इस फैसले से ये पता चलता है कि केंद्र सरकार अब बिहार को भी मिशन ओलंपिक के अहम हिस्से के रुप में देख रही है. इससे बिहार के खिलाड़ियों को काफी फायदा मिलेगा.
Bihar sports: स्टेट गेम्स का आयोजन
बिहार में खेलों को जमीनी स्तर पर मजबूती देने के लिए फरवरी में स्टेट गेम्स का आयोजन हो रहा है. यह पहली बार है जब बिहार में ऐसा आयोजन हो रहा है. बिहार की खेल मंत्री ने इसे लेकर पी.टी ऊषा से बातचीत की थी जिसके बाद ऊषा ने ना केवल बिहार स्टेट गेम्स में सहयोग की बात की बल्कि 2028 के नेशनल यूथ गेम्स की मेजबानी को लेकर भी बड़ी घोषणा कर दी. बिहार की खेल मंत्री ने इसे बिहार के खेल जगत के लिए बहुत बड़ा तोहफा करार दिया है.
ये सभी फैसले ये दिखाते हैं कि बिहार अब खेल जगत में भी लेकर पिछड़ा नहीं है बल्कि विकास की मुख्यधारा का हिस्सा बन चुका है. लगातार मिल रहे अवसर आने वाले वर्षों में बिहार की खेल प्रतिभाओं को एक विश्व स्तरीय मंच देंगे


