नेपाल ने कोसी नदी में छोड़ा 4.62 लाख क्यूसेक पानी, 34 साल का टूटा रिकॉर्ड! बाढ़ आना तय है..

डेस्क : बिहार के मिथिला क्षेत्र में हमेशा से बाढ़ का प्रकोप रहा है। वहीं एक बार फिर कोसी अपने रौद्र रूप में है। कोसी को मिथिला में अभिशाप भी कहा जाता है। अब कोसी नदी में जल का स्तर अपने चरम पर होने के कारण मिथिला क्षेत्र के कई जिले बाद से अस्त व्यस्त हो गया है। नेपाल ने सोमवार को 4 लाख 62 हजार 345 क्यूसेक पानी छोड़ा है। इसे बिहार का कई जिला प्रभावित है।

कोसी के इस कहर के चपेट में सुपौल के निर्मली, सरायगढ़ भापटीयाही, मरौना, सुपौल सदर, किशनगंज सहित मधुबनी, दरभंगा और सहरसा पर भी बाढ़ का प्रकोप है। इसके साथ ही कोसी तटबंध से सटे कई गांव बाढ़ का कहर झेल रहा है। ये हर साल का है। नेपाल में जल स्तर बढ़ने की वजह से पानी भारत में छोड़ देता है। इसके बाद बिहार के मिथिला क्षेत्र में बाढ़ का आना तय है। इससे किसानों को खासा समस्या का सामना करना पड़ता है।

इस बार भी इस क्षेत्र में स्थित सैकड़ों की संख्या में गांव डूब गया जा। वहीं कोसी के रौद्र रूप को देखते हुए सुपौल जिला प्रशासन भी हाई अलर्ट मोड पर है। सुपौल डीएम कौशल कुमार ने सोमवार को विभिन्न सुरक्षा तटबंधों का निरीक्षण किया और इंजीनियरों को तटबंधों और स्परों पर लगातार निगरानी रखने और निरोधात्मक कार्य करने का निर्देश दिया।