Bakhri Assembly Seat : बेगूसराय जिले के बखरी विधानसभा क्षेत्र के लिए आज का दिन ऐतिहासिक बन गया। आज़ादी के बाद प्रथम आम चुनाव में इस सीट के गठन के 78 वर्ष बाद पहली बार इस क्षेत्र से कोई विधायक राज्य मंत्रिमंडल में शामिल हुआ है।
लोजपा (राम विलास) के नव-निर्वाचित विधायक संजय कुमार पासवान ने मंत्री बनकर एक बड़ा रिकॉर्ड बनाया है। इससे पहले बखरी विधानसभा से जितने भी विधायक जीते, वे कभी मंत्री नहीं बन पाए थे। इसके उलट, बेगूसराय जिले के अन्य क्षेत्रों चेरिया बरियारपुर, साहेबपुरकमाल, बेगूसराय, तेघड़ा और बछवाड़ा से अब तक दो-दो और तीन-तीन विधायक मंत्री बन चुके हैं। लेकिन बखरी सीट को यह सम्मान पहली बार मिला है।
1952 में गठन, 78 साल तक ‘मंत्री पद’ से दूर रहा बखरी
बखरी विधानसभा क्षेत्र का गठन 1952 में हुआ था और पहले विधायक शिव व्रत नारायण सिंह चुने गए थे। इसके बाद 1957 से यह सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित कर दी गई।
1957–1967: कांग्रेस का दौर
- इस दशक में कांग्रेस के मेदनी पासवान ने लगातार तीन बार जीत दर्ज की।
1967–2000: वामपंथी वर्चस्व
- 1967 और 1969 में CPI के युगल किशोर पासवान ने जीत हासिल की और यहीं से बखरी वामपंथी गढ़ बन गया।
- 1972, 1977, 1980: CPI के रामचंद्र पासवान
- 1985 से 2000: CPI के राम विनोद पासवान ने इस सीट पर लंबा कब्ज़ा बनाए रखा।
- लगातार चार दशक तक वामपंथ इस क्षेत्र में मजबूत बना रहा।
2000 के बाद समीकरण बदले
- 2000: RJD के रामानंद राम ने CPI को हराया।
- 2005: CPI के राम विनोद पासवान की वापसी।
- 2010: BJP के टिकट पर रामानंद राम ने CPI का गढ़ ढहा दिया।
- 2015: RJD के उपेन्द्र पासवान विजयी हुए।
- 2020: सीट गठबंधन में CPI को मिली, और सूर्यकांत पासवान ने भाजपा के रामशंकर पासवान को हराया।
2025: संजय कुमार पासवान की ऐतिहासिक जीत
इस बार NDA की तरफ से यह सीट LJP (राम विलास) के खाते में गई। लोजपा के उम्मीदवार संजय कुमार पासवान ने महागठबंधन के CPI विधायक को 17,000 से अधिक वोटों से हराकर सीट अपने नाम की। आज मंत्री परिषद विस्तार में उन्हें LJP कोटे से मंत्री नियुक्त किया गया।
चिराग पासवान की पहली पसंद माने जाने वाले संजय कुमार पासवान के मंत्री बनने से SC आरक्षित बखरी क्षेत्र और पूरे बेगूसराय जिले में विकास के नए अवसर खुलने की उम्मीद जताई जा रही है। बखरी विधानसभा, जिसने 1952 से लेकर आज तक वामपंथ, कांग्रेस, RJD, BJP और CPI सभी का दौर देखा लेकिन मंत्री पद की दहलीज तक कभी नहीं पहुँच सका, अब आखिरकार इस सम्मान का हकदार बन चुका है।
संजय कुमार पासवान का मंत्री बनना केवल राजनीतिक उपलब्धि नहीं, बल्कि बखरी के 78 साल पुराने इतिहास में लिखी गई एक नई और महत्वपूर्ण इबारत है।

