Begusarai Sadar Hospital : बेगूसराय सदर अस्पताल स्थित SNCU में एक चूक ने पूरे स्टाफ और परिजनों की धड़कनें तेज कर दीं। अस्पताल से छुट्टी के बाद एक मां अपनी बेटी की जगह किसी और का बेटा लेकर घर पहुंच गई। शुक्र है कि समय रहते गलती का एहसास हुआ और बच्चे की सकुशल वापसी हो गई।
घटना लाखो निवासी विकास कुमार की पत्नी शिवानी देवी और मुफस्सिल थाना क्षेत्र के तरैया गांव निवासी मो. फरमूज की पत्नी शबीना खातून से जुड़ी है। दोनों ने अलग-अलग दिन सदर अस्पताल में एक बच्ची और एक बच्चे को जन्म दिया था। दोनों नवजात एसएनसीयू में भर्ती थे और अगल-बगल के बेड पर रखे गए थे।
गुरुवार शाम जब दोनों बच्चे रोने लगे तो शिवानी उन्हें दूध पिलाने पहुंचीं, लेकिन जल्दबाजी में वह गलती से शबीना के नवजात पुत्र को अपनी संतान समझ घर ले गईं। घर जाकर जैसे ही उन्होंने नवजात का डायपर बदला, वे सन्न रह गईं। उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने तत्काल एंबुलेंस बुलाकर अस्पताल लौटने का फैसला किया।
उधर, जब शबीना अपने नवजात को देखने पहुंचीं तो बच्ची को देखकर चौंक गईं। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को सूचना दी। तभी तक शिवानी भी अपने साथ लाए नवजात को लेकर अस्पताल पहुंच चुकी थीं। दोनों परिवारों ने एक-दूसरे को बच्चे सौंपे और एक बड़ी अनहोनी टल गई।
सदर अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. संजय कुमार सिंह ने बताया कि शबीना ने बुधवार को पुत्र को जन्म दिया था, जबकि शिवानी ने गुरुवार को पुत्री को जन्म दिया। दोनों बच्चों को एसएनसीयू में पास-पास रखा गया था। ड्यूटी पर तैनात स्टाफ पिंकू कुमारी और सुपमा राज राउत थीं।