Shri Krishna Setu

श्रीकृष्ण सेतु पर हुआ भार परीक्षण : मजबूती के लिए वैज्ञानिकों की गहन जांच, 5 घंटे तक बंद रहा यातायात..

Shri Krishna Setu : बेगूसराय और मुंगेर को जोड़ने वाला श्रीकृष्ण सेतु एक बार फिर तकनीकी जांच और भार परीक्षण के कारण सुर्खियों में है। बुधवार को सेतु पर सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 4 बजे तक यातायात को पूरी तरह से रोक दिया गया। इस दौरान यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।

चेन्नई से आई वैज्ञानिकों की टीम कर रही जांच

इस पूरे परीक्षण की जिम्मेदारी सीएसआईआर-स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग रिसर्च सेंटर (SERC), चेन्नई को सौंपी गई है। डॉ. श्रीनिवासन और डॉ. एम. कुमारस्वामी के नेतृत्व में 20 सदस्यीय वैज्ञानिकों की टीम पुल के ऊपरी और निचले हिस्सों की बारीकी से जांच कर रही है। परीक्षण के दौरान स्पैन, गार्डर और संपूर्ण ढांचे की मजबूती का परीक्षण किया गया, ताकि यह आकलन किया जा सके कि पुल वर्तमान और भविष्य में कितने भार को सुरक्षित रूप से वहन कर सकता है।

9 हाईवा ट्रकों से डाला गया कुल 441 टन भार

जांच प्रक्रिया में कुल 9 हाईवा ट्रकों का उपयोग किया गया। प्रत्येक ट्रक में 49 टन गिट्टी लादी गई, जिससे कुल भार 441 टन तक पहुंच गया। इन ट्रकों को पुल के अलग-अलग हिस्सों पर विशेष रूप से तय की गई जगहों पर खड़ा किया गया, जिससे विभिन्न बिंदुओं पर दबाव और कंपन को मापा जा सके। जांच का उद्देश्य यह था कि उच्च भार के गुजरने पर पुल की संरचना में कंपन, झुकाव या दरार जैसी कोई कमजोरी तो नहीं आ रही है, और यदि है, तो उसे समय रहते सुधारा जा सके।

विशेष उपकरणों से की गई जांच

भार परीक्षण के दौरान पुल के नीचे बांसों की मदद से विशेष उपकरण लगाए गए थे, जो पुल में कंपन और दबाव के स्तर को डिजिटल सेंसर्स और डेटा लॉगर के जरिए रिकॉर्ड कर रहे थे। इन आंकड़ों के आधार पर वैज्ञानिक यह तय करेंगे कि श्रीकृष्ण सेतु भविष्य में भी भारी यातायात को सुरक्षित रूप से वहन करने में सक्षम है या नहीं।

NHAI के अनुसार सुरक्षित सीमा में रहा परीक्षण

पुल की अधिकतम भार क्षमता 110 टन प्रति वाहन और न्यूनतम 55 टन निर्धारित की गई है। इस लिहाज से जांच के दौरान उपयोग किए गए सभी वाहनों का भार निर्धारित तकनीकी मानकों के भीतर था। यह परीक्षण न केवल वर्तमान सुरक्षा का आकलन करने के लिए जरूरी था, बल्कि पुल की भविष्य की कार्यक्षमता और संरचनात्मक जीवन को सुनिश्चित करने में भी मददगार होगा। – NHAI के साइट इंचार्ज नीतीश कुमार

परीक्षण के चलते 5 घंटे तक यातायात पूरी तरह बंद रहा, जिससे बेगूसराय और मुंगेर के बीच आवाजाही कर रहे यात्रियों को खासा परेशान होना पड़ा।

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