बेगूसराय : उद्घाटन से पहले ही टूट कर अलग हुआ गंडक नदी पर बना पुल, 13 करोड़ की लागत से बना था..

डेस्क : जिले के साहेबपुर कमाल प्रखंड क्षेत्र के रहुआ पंचायत व विष्णुपुर आहोक पंचायत के बीच बूढ़ी गंडक नदी पर बना सड़क पुल रविवार की सुबह अचानक दो हिस्सों में बट गया। गनीमत यह रही कि उस वक्त पुल पर कोई भी मवेशी या फिर वाहन का आवागमन नहीं हो रहा था।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि विगत 2 दिनों पहले इस पुल के पिलर नंबर 2 और 3 में दरारे की सूचना मिली थी। इस पुल की जांच के लिए शनिवार को इंजीनियर की विशेष टीम भी बुलाई गई थी, बावजूद पुल को बचाया नहीं जा सका।

आपको जानकर हैरानी होगी कि महज 5 साल पहले यह पुल बनकर तैयार हुआ था। मां भगवती कंस्ट्रक्शन बेगूसराय के द्वारा 1343.32 लाख की लागत से 23 फरवरी 2016 से यह पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। और महज 1 साल बाद 22 अगस्त 2017 को यह शानदार पुल बनकर तैयार हो गया। और आज 5 साल बाद यह पुल टूट कर दो हिस्सों में बांट चुका है।

20 हजार आबादी होंगे प्रभावित : यह पुल टूट जाने के कारण इलाके के 20,000 से ज्यादा लोग प्रभावित होंगे। खासकर, किसान लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि मवेशियों का चारा के लिए यह फूल काफी कारगर साबित हो रहा था। वही, इसका खामियाजा अब यहां के छात्र-छात्राओं व बीमार पीड़ित लोगों को भी भुगतना पड़ेगा।

पुल बनने के बाद भी वाहनों के आवागमन पर थी रोक : स्थानीय लोगों का कहना है कि गंडक नदी पर यह पुल बनने के बावजूद भी वाहनों के आवागमन पर रोक थी। यह मार्ग अवरुद्ध रहने के कारण यहां के लोगों को मुख्य मार्ग NH-31 तक पहुंचने के लिए एकमात्र बांध मार्ग से ताड़ तर, उमेश नगर के रास्ते नन्हकू मंडल टोला तक लंबा व घुमावदार सफर तय करना पड़ता था। सुलभ सड़क नहीं रहने के कारण यहां तक कोई सवारी गाड़ी भी नहीं चलती थी।

मालूम हो की काफी लंबे समय से उठ रही मांग के बाद साल 2012-13 में तत्कालीन विधायक सह बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री परवीन अमानुल्लाह की पहल पर बूढ़ी गंडक नदी पर इस पुल के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई जो बनकर तैयार था है।