Begusarai News : बेगूसराय पुलिस ने लूट के एक अनोखे मामले का खुलासा किया है। जिसमें शिकायतकर्ता ही लूट कांड का मुख्य आरोपी निकला है। दरअसल, नावकोठी थाना क्षेत्र में हाल ही में सामने आए एक बड़ी लूट कांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। यह लूट कोई आपराधिक वारदात नहीं, बल्कि एक सुनियोजित षड्यंत्र था, जिसे खुद फाइनेंस के कर्मचारी ने अपने भाई के साथ मिलकर अंजाम दिया था। डीएसपी कुंदन कुमार ने इस पूरे मामले का खुलासा किया।
क्या था मामला?
डीएसपी ने बताया कि 9 जून को साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र के सनहा पूर्वी निवासी भारत फाइनेंस कर्मी पवन कुमार द्वारा नावकोठी थाना में एक लिखित शिकायत दी गई थी। उसने बताया कि जब वह फील्ड से कलेक्शन कर महेशवाड़ा पहुंचा, उसी दौरान दो बाइकों पर सवार चार अज्ञात बदमाशों ने उससे ₹1,76,000 की राशि लूट ली। इसके साथ ही उसका मोबाइल फोन भी छीन लिया गया।
जांच में नहीं मिले लूट के कोई सुराग
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएसपी कुंदन कुमार के नेतृत्व में नावकोठी थाना थानाध्यक्ष दिनेश कुमार, सब इंस्पेक्टर मनोज प्रसाद और सशस्त्र बल की टीम गठित की। जांच के दौरान महेशवाड़ा से साहेबपुरकमाल तक लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया। लेकिन किसी भी कैमरे में लूट की पुष्टि नहीं हो सकी और न ही बदमाशों की कोई गतिविधि दिखी। इससे पुलिस को मामले में संदेह हुआ।
सख्ती से पूछताछ में खुल गया पोल
जब आवेदनकर्ता पवन कुमार से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि यह पूरी लूट की कहानी फर्जी थी। उसने बताया कि उसकी मां लंबे समय से बीमार चल रही हैं और इलाज के लिए उसने कई महाजनों से उधार ले रखा था। जब कर्ज का दबाव बढ़ा, तो उसने अपने भाई रामकुमार के साथ मिलकर लूट का नाटक रच डाला।
पवन ने बताया कि कलेक्शन के बाद उसने अपने भाई रामकुमार को फोन कर महेशवाड़ा बुलाया और उसे सारा पैसा और मोबाइल सौंप दिया। साथ ही यह निर्देश दिया कि मोबाइल फोन को स्विच ऑफ कर दिया जाए ताकि उसकी ट्रैकिंग न हो सके।
बरामद हुए ₹1,59,470 और दोनों गिरफ्तार
पुलिस ने पवन कुमार की निशानदेही पर उसके घर से ₹1,59,470 बरामद कर लिया, जिसे मिट्टी के नीचे छुपाकर रखा गया था। वहीं करीब ₹6,000 की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर की गई थी। पुलिस ने इस षड्यंत्र में शामिल दोनों भाइयों पवन कुमार और रामकुमार को गिरफ्तार कर विधिसम्मत कार्रवाई करते हुए न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया है।