Flex-Fuel : नितिन गडकरी ने लांच की इथेनॉल से चलने वाली देश की पहली कार, जानिए क्या है खास

Flex-Fuel : केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को बीएस6 स्टेज II ‘इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स फ्यूल व्हीकल’ की दुनिया के पहले प्रोटोटाइप का अनावरण किया। इसे टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स ने विकसित किया है। यह 85 प्रतिशत तक इथेनॉल मिश्रित ईंधन पर चल सकता है।

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि बायो-फ्यूल (जैव ईंधन) से पराली जलाने की समस्या लगभग 100 फीसदी खत्म हो जाएगी। इससे किसानों की आय दोगुनी करने में भी मदद मिलेगी।

फ्लेक्स-फ्यूल टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस हाइब्रिड के प्रोटोटाइप के अनावरण समारोह में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया के लिए एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि पहला प्रोटोटाइप अनावरण होने जा रहा है। इससे पहले विक्रम किर्लोस्कर थे और मैं आमतौर पर उनसे हर बार प्रोटोटाइप के बारे में जानकारी लेता था। लेकिन, उनका निधन हमारे लिए एक बड़ी क्षति है।

उन्होंने बताया कि भारत फिलहाल 16 लाख करोड़ रुपये का ईंधन आयात कर रहा है। अगर हम प्रदूषण का ग्राफ देखें तो 40 प्रतिशत प्रदूषण ईंधन के कारण उत्पन्न होता है। मैं मुश्किल से दो या तीन दिन दिल्ली में रहता हूं। जब मैं अपने मूल स्थान पर वापस लौटता हूं तो संक्रमण से पीड़ित होता हूं। दिल्ली की स्थिति और प्रदूषण के स्तर के बारे में हर कोई जानता है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा का पानीपत संयंत्र इथेनॉल पैदा कर रहा है, जो जैव-कचरे से उत्पन्न होता है।

उन्होंने उदाहरण दिया कि कैसे दो अलग-अलग फ्लाइट्स में 50 प्रतिशत जैव-विमानन ईंधन का उपयोग किया जा रहा है। हमारे देश की जीडीपी का 65 फीसदी हिस्सा कृषि पृष्ठभूमि से है और मैं किसानों की स्थिति के बारे में जानता हूं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “मेरा सपना ‘अन्नदाता’ को ‘ऊर्जादाता’ (सौर ऊर्जा उत्पादक) में बदलना है।”

उन्होंने कहा कि वह खुद किसान परिवार से हैं और जानते हैं कि इससे किसानों को कितना फायदा होगा। बायो-फ्यूल से पराली जलाने की समस्या लगभग 100 फीसदी तक खत्म हो जाएगी। 

किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण की सराहना करते हुए मंत्री ने कहा कि इथेनॉल एक स्वदेशी, पर्यावरण-अनुकूल और नवीकरणीय ईंधन है। यह भारत के लिए आशाजनक संभावनाएं रखता है।

उन्होंने कहा, “इथेनॉल पर मोदी सरकार का जोर ऊर्जा आत्मनिर्भरता हासिल करने, किसानों की आय दोगुनी करने, उन्हें अन्नदाता के रूप में समर्थन जारी रखते हुए ऊर्जादाता में परिवर्तित करने और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव डालने के उद्देश्यों के अनुरूप है।”

उन्होंने यह भी कहा कि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वैश्विक मिशन के साथ, टोयोटा उत्साहपूर्वक स्वच्छ ऊर्जा समाधानों में बदलाव कर रही है।

उन्होंने कहा, “पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनकी मजबूत प्रतिबद्धता उनकी उन्नत तकनीकों, जैसे हाइड्रोजन वाहन और इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स ईंधन वाहन, में स्पष्ट है।”

बीएस6 स्टेज II ‘इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स फ्यूल व्हीकल’ वाहन टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस पर आधारित है। इसे भारत के सख्त उत्सर्जन मानकों का पालन करने के लिए इंजीनियर किया गया है। इसे विश्व स्तर पर पहले बीएस 6 (स्टेज II) इलेक्ट्रिफाइड फ्लेक्स ईंधन वाहन प्रोटोटाइप के रूप में बताया जाता है।