Petrol-Diesel की गाड़ी को बाय बाय! अब बाजार में आ गई है गोबर से चलने वाली गाड़ी

जहां लोग पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों से चिंतित हैं, वहीं सरकार तेल पर निर्भरता कम करने के लिए नई तकनीकों पर काम कर रही है। हरित ऊर्जा के साथ-साथ सरकार इलेक्ट्रिक वाहन, हाइड्रोजन और फ्लेक्स ईंधन जैसी तकनीकों पर जोर दे रही है। हालांकि शुरू में लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने को लेकर उत्साहित थे, लेकिन ईवी की कीमतें बजट से कहीं ज्यादा थीं और खरीदार उनसे दूर हो गए।

जानिए क्या है कंपनी का प्लान : इसी बीच भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी एक ऐसी तकनीक लेकर आई है जिसके बारे में सुनकर आप उसके दीवाने हो जाएंगे। दरअसल, मारुति सुजुकी ने गाय के गोबर से चलने की बात कही है। सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन ने अब कहा है कि वह स्वच्छ ईंधन विकल्पों पर ध्यान केंद्रित करेगी। स्वच्छ ईंधन नीति के तहत कंपनी गाय के गोबर का इस्तेमाल बायोगैस बनाने में करेगी। जिसका उपयोग भविष्य में सीएनजी वाहन चलाने में किया जाएगा। आप शायद जानते हैं कि मारुति सुजुकी का देश में सबसे बड़ा सीएनजी उत्पाद पोर्टफोलियो है। कहा जा रहा है कि कंपनी अब वैकल्पिक ईंधन पर फोकस कर रही है।

10 किलो गाय के गोबर से कितनी चलेगी गाड़ी : सुजुकी कंपनी की ओर से कहा गया कि उसने पर्यावरण से होने वाले कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए बायोगैस कारोबार में हाथ आजमाया है। बायोगैस के लिए गोबर का इस्तेमाल किया जाएगा। मौजूदा समय में भारत में सीएनजी का बाजार करीब 70 फीसदी है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि गांवों में अक्सर गाय के गोबर को कचरा समझकर फेंक दिया जाता है। लेकिन मारुति की इस योजना से गोबर खरीदा जाएगा, जिससे ग्रामीणों की आय घटेगी। वहीं, कंपनी का मानना ​​है कि 10 गायों के एक दिन के गोबर से एक कार एक दिन चल सकती है।