Inverter बैटरी में कैसे भरना चाहिए पानी? बहुत लोग करते हैं ये बड़ी गलती, आज ही जान लें…..

Inverter Battery Water Filling :  आज के समय में लगभग लोग अपने घरों में इनवर्टर (Inverter) का इस्तेमाल कर रहे हैं. ऐसे में इनवर्टर को सही ढंग से चलने के लिए लोग अच्छे बैकअप के लिए उसमें समय-समय पर पानी डालते रहते हैं. लेकिन इनवर्टर (Inverter) की बैटरी में पानी डालने के लिए लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती है कि बैटरी में आरो और नॉर्मल पानी नहीं बल्कि डिस्टिल्ड वॉटर डाला जाता है.

ऐसा नहीं है कि लोग नहीं जानते हैं तकरीबन लोग इस वाटर के बारे में जानते हैं और इसे इस्तेमाल भी करते हैं. लेकिन पानी डालने के बाद लोग कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिसकी वजह से इनवर्टर की बैटरी जल्दी खराब हो जाती है. दरअसल लोग पानी भरते समय सही मात्रा में पानी न डालकर उसे फुल कर देते हैं. इसी वजह से इनवर्टर की बैटरी जल्दी खराब हो जाती है और चार्ज होल्डिंग कैपेसिटी भी बैटरी की कम हो जाती है.

इसके बाद लोगों को उसे बैटरी के खराब होने के बाद 10000 से लेकर 15000 रुपए का खर्च उठाना पड़ जाता है. अगर आप इस खर्चे से बचना चाहते हैं तो आज हम आपको बताने वाले हैं कि इनवर्टर की बैटरी में कैसे और कितनी मात्रा में पानी डालना चाहिए. अगर आपके घर में भी इनवर्टर है और आप भी अपनी बदलना चाहते हैं तो इस बारे में आपको यह जानकारी बेहद जरूरी होगा.

इनवर्टर की बैटरी में कितना और कब भरना चाहिए पानी?

इनवर्टर (Inverter) की बैटरी में पानी को ठीक मात्रा में भरने के लिए बैटरी और उसके निर्माता द्वारा कई तरह के निर्देश दिए गए होते हैं. जिसे फॉलो कर आप आसानी से बिना किसी ताम झाम के पानी बदल सकते हैं आमतौर पर इनवर्टर की बैटरी में पानी के स्तर को निम्नलिखित तरीके से भी ज्यादा जा सकता है. जैसे कि,

  • बैटरी में लगा इंडिकेटर और लाइंस मार्क:- बैटरी के सामने और उसके ऊपर आपको कंपनी पहले ही इंडिकेटर लाइन या फिर एक मारकर लगा कर देती है. इसके पीछे का मकसद होता है कि जब भी आप पानी डालें तो उससे आपको जानकारी मिल सके की पानी कहां तक पहुंचा है.
  • डिस्टिल पानी का करें इस्तेमाल:- आमतौर पर लोग बैटरी में पानी भरने के लिए डिस्टिल वॉटर का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन फिर भी काफी सारे ऐसे लोग हैं जो बैटरी में डालने के लिए आरो या फिर नॉर्मल पानी का इस्तेमाल करते हैं. जिसकी वजह से बैटरी जल्दी खराब हो जाती है.
  • निर्माता के निर्देशों का जरूर करें पालन:- बैटरी बनाने वाली कंपनी आप पहले से ही अपने यूजर्स की सुविधा को ध्यान में रखते हुए. पानी डालने के तरीके के साथ-साथ सही मात्रा में पानी डालने की विधि के बारे में भी जानकारी दे देते हैं.
  • स्विंग हाइड्रोमीटर का करें उपयोग:- दरअसल स्विंग हाइड्रोमीटर बैटरी में मौजूद एसिड का स्तर मापने के लिए किया जाता है. जिससे आप बैटरी में पानी की सही मात्रा को आसानी से माप सकते हैं. कोशिश करें कि दी गई सही मात्रा के अनुसार ही बैटरी में पानी डाले ताकि आपकी बैटरी अच्छा परफॉर्मेंस करें और उसकी लाइफ लंबे समय तक चलती रहे.