बच्चों को पोर्न साइट्स से दूर रखने का प्रशिक्षण दिया जाये : नितीश कुमार

बिहार सरकार का यह फैसला बच्चो की मनोस्थिति को सुधारने हेतु लिया जा रहा है , इन एडल्ट फिल्मो में परोसे जाने वाले दृशय बच्चों की मानसिकता को खराब करते हैं जिनसे उनकी आगे आने वाली ज़िन्दगी खराब हो जाती है। साथ ही वह अपनी पढ़ाई का भी काफी हद्द तक नुक्सान करवा बैठते है। इसको एक बेहतरीन विकल्प और सुझाव की तरह अपनाया जाना चाहिए ऐसा सरकार का कथन है। अगर राज्य के बच्चो का मानसिक विकास करना है तो उनको इस तरह की अश्लील सामग्री से दूर रखने के लिए प्रशिक्षित करना होगा। इस सुझाव को बिहार सरकार ने प्रधान मंत्री नरेंदर मोदी को भेजा है। प्रदेश के राजयपाल ने इसका जिक्र 24 फरवरी को बिहार विधान सभा में करा। उनका कहना था की हमने सुझाव दिया है की बच्चे ऐसी वेबसाइट से दूर रहे और उन्हें यह सिखलाया जाय की यह कितना खतरनाक हो सकता है।

बीते पिछले वर्ष दिसंबर में प्रधान मंत्री को पत्र भी भेजा गया और इस पत्र में ज़िक्र इस बात पर करा गया था की किसी भी तरह से पोर्न साइट पर प्रतिबन्ध लगाया जाए। इस बात पर बिहार सरकार के लोग अडिग हैं और लगातार इस विषय पर चर्चा कर रहे है। ऐसा इसलिए भी करा जा रहा है क्यूंकि पिछले कुछ समय से महिलाओं के साथ दुष्कर्म और उसके बात उनकी हत्याओं जैसी कई घटनाएं सामने आई है। उन्होंने पत्र में लिखा था की इंटरनेट अब हर कोई चला रहा है बच्चा,युवा और बूढ़े ऐसे में हिंसक, अश्लील और बरगलाने वाली तस्वीर ज्यादा सामने आ रही है जिससे लोग घटिया घटनाओ को अंजाम दे बैठ रहे है।