बर्बादी के कगार पर पहुंच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड! पैसे के लिए देश से गद्दारी करेंगे ये क्रिकेटर…

Pakistan Cricket Board : हाल ही के दिनों में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। क्योंकि, विगत कुछ महीनो से पाकिस्तान क्रिकेट टीम ODI और T20 में बिल्कुल ही खराब प्रदर्शन रहा है। जिसका खामियाजा पूरे टीम को भुगतना पड़ रहा है, खासकर सीनियर खिलाड़ियों को….

अभी हाल ही में एक खबर निकलकर सामने आई है कि पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों ने विदेशी लीग में खेलने के लिए अपने क्रिकेट बोर्ड को अलविदा कहना चाहते है। आपको बता दे, मीडिया द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई है जिसके अनुसार पाकिस्तानी क्रिकेटर विदेशी लीग में खेलने के लिए अपने क्रिकेट बोर्ड से तोड़ना चाहते है अपना कॉन्ट्रैक्ट।

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के साथ पाकिस्तान के कुछ जाने माने क्रिकेटर अपना किया हुआ कॉन्ट्रैक्ट को खत्म करने का मन बना रहे है। कुछ पाकिस्तानी क्रिकेटर का कहना है कि उन्हें विदेशी T20 लीग में खेलने देने से Noc (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) देने के लिए मना कर दिया गया था। टीम प्रबंधन के सूत्रों के मुताबिक, ज्यादातर केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ी राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं से मुक्त होने के बावजूद उन्हें विदेशी लीग में खेलने की इजाजत नहीं देने से बोर्ड से नाराज हैं।

रिपोर्ट्स की माने तो, ‘मामले ने इसलिए इतना प्रभावित हुआ है क्योंकि हाल ही में बोर्ड ने जमान खान, फखर जमान, मुहम्मद हारिस (सभी केंद्रीय अनुबंधित) अलावा कुछ खिलाड़ियों को बांग्लादेश प्रीमियर लीग में खेलने के लिए इस बात पर एनओसी देने से मना कर दिया था क्योंकि वह पहले ही पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के अलावा दो लीग खेल चुके हैं।

उन्होंने कहा कि जका अशरफ के कार्यकाल के दौरान तय की गई मौजूदा पीसीबी नीति के अनुसार, केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों को पीएसएल के अलावा दो विदेशी टी20 लीग में ही खेलने की अनुमति दी जाएगी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘लेकिन जो खिलाड़ी केंद्रीय अनुबंधित नहीं हैं, उनके लिए ऐसी कोई नियम निर्धारित नहीं की गई है जब तक कि राष्ट्रीय टीम में उनकी जरूरत न हो।’ अधिकांश अनुबंधित खिलाड़ियों का कहना ​​है कि जब एनओसी जारी करने की बात आती है तो बोर्ड दोहरी नीति अपनाने लगती है।

ऐसे स्तिथि में पीसीबी के खिलाड़ी भविष्य में क्रिकेट बोर्ड के खिलाफ जा सकते हैं, क्योंकि इस समय पूरी दुनिया में अलग-अलग क्रिकेट लीग खेली जा रही हैं। ऐसे में अगर पीसीबी उन्हें खेलने की हामी नही भरती है तो न सिर्फ उन्हें आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ेगा यहां तक की पाकिस्तानी टीम में खेलने को लेकर भी अनिश्चितता बनी रहेगी। यही कारण है कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने अपने ही बोर्ड के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।