Thursday, July 25, 2024
Railway News

3AC और 2AC कोच में क्या है अंतर? जानें – सुविधा और किराया में फर्क….

3AC Vs 2AC Coach : भारतीय रेलवे द्वारा हर रोज लगभग 14,000 से भी अधिक ट्रेनों का संचालन किया जाता है. ऐसे में लगभग 20 से 25% ट्रेन केवल पैसेंजर ट्रेन होती हैं इसके अलावा बाकी सभी ट्रेन सुपर फास्ट एक्सप्रेस (Super Fast Express) और राजधानी एक्सप्रेस (Rajdhani Express) होती है. अब इन ट्रेनों से हर रोज लगभग करोड़ों लोग सफर करते हैं. ऐसे में उनकी बेहतर सुविधा को देखते हुए भारतीय रेलवे द्वारा इन ट्रेनों में अलग-अलग सीट की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है.

जिसमें 3AC, 2AC, 1AC और स्लीपर, जनरल शामिल है. लेकिन काफी लोगों के मन में 3AC और 2AC को लेकर सवाल उठता है कि जब ये सीट्स दिखने में एक जैसे हैं तो इनका किराया क्यों अलग-अलग होता है? आइए आज इस कंफ्यूजन को दूर करते हैं..

3AC में क्या अलग ?

आपको बता दें कि, 3AC और स्लीपर कोच की बनावट एक जैसी होती है लेकिन इसमें एक खास अंतर एसी का होता है. इन दोनों कोच में सीटों की संख्या एक जैसी होती है लेकिन थर्ड एसी में एसी लगा होता है. इसके अलावा उनकी खिड़कियां भी अलग होती हैं. लेकिन आज के समय में देखा जा रहा है कि काफी कोच इकोनामिक कोच के साथ आ रही है. थर्ड एसी कोच स्लीपर कोच के मुकाबले बेहद आरामदायक होता है.

क्या खास है 2AC में?

वहीं 2AC की बात करें तो थर्ड एसी के मुकाबले सेकंड एसी में बेहतर सुविधा दी जाती है. लोगों के मन में यही सवाल होता है कि दोनों एक जैसे होते हैं. लेकिन दोनों की बनावट काफी अलग तरीके से की जाती है. इतना ही नहीं इस डिब्बे में कम सीट दिए जाते हैं ताकि इसमें भीड़भाड़ कम हो यही वजह होता है कि इसमें भीड़भाड़ भी कम देखने को मिलता है. इसके अलावा इसमें थर्ड एसी की तरह मिडिल बर्थ का कोई ताम झाम नहीं होता है और सीटें भी चौड़ी और मोटी दी गई होती है.

Vivek Yadav

विवेक यादव डिजिटल मीडिया में पिछले 2 सालों से काम कर रहे हैं. thebegusarai में विवेक बतौर कंटेंट राइटर कार्यरत हैं. इससे पहले 'एमपी तेजखबर' के साथ इन्होंने अपनी पारी खेली है. विवेक ऑटो, टेक, बिजनेस, नॉलेज जैसे सेक्शन में लिखने में इनकी विशेष रुचि है. इन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय से अपनी स्नातक की पढ़ाई की है। काम के अलावा विवेक को किताबें पढ़ना, लिखना और नई जानकारी जुटना काफी अच्छा लगता है।