अब Train में हमेशा मिलेगी कंफर्म सीट- Railway ने वेटिंग लिस्ट का झंझट किया खत्म…..

Train Waiting List : अब हमारा देश में हिंदू धर्म के त्यौहार शुरू हो चुके हैं और पिछले महीने काफी त्यौहार भी थे। इसी के साथ अब शादियों का सीजन भी शुरू हो चुका है। इसलिए लोग ऐसे मौकों पर अपने घर जाना चाहते हैं और जो लोग अपने घर से दूर शहरों में नौकरी करते हैं वह ट्रेन का ही सफर करते हैं। ऐसे मौका पर लोगों को अक्सर सीट नहीं मिल पाती है और उन्हें वेटिंग लिस्ट में सफर करना पड़ता है।

रेलवे द्वारा हमेशा कोशिश की जाती है कि वह यात्रियों को हर सुविधा दें। इसी के तहत अब रेलवे एक बड़ी तैयारी में लगी हुई है और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव में दावा किया है कि जल्द ही वेटिंग लिस्ट की परेशानी दूर कर दी जाएगी। इसके बाद यात्रियों को हर समय कन्फर्म टिकट मिल जायेगा।

दरअसल, लंबे समय से ट्रेन की वेटिंग लिस्ट रेलवे के लिए बड़ी परेशानी बनी हुई है और ऐसे में शादी के समय या अन्य किसी त्यौहार पर घर जाने वाले लोगों को ट्रेन में भीड़ का सामना करना पड़ता है। लेकिन हाल ही में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि, ‘अब हम एक ऐसे प्लान पर काम कर रहे है, जिससे देशभर में ट्रेनों में होने वाली वेटिंग लिस्ट की समस्या दूर हो जाएगी।’

क्या है रेलवे का मेगा प्लान

केंद्रीय रेल मंत्री ने बताया कि हर रोज रेल से सफर करने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है और हमारा लक्ष्य सभी को कन्फर्म सीट देना है। इसके लिए सरकार नई ट्रेनें खरीदने का काम तेजी से कर रही है, जिसके लिए 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। इसका आवंटन अगले 4 से 5 साल में किया जायेगा और अगले 10 से 15 साल में ट्रेनों की संख्या भी बढ़ जाएगी।

क्या है वर्तमान हालत

इस समय देश में रेलवे द्वारा 10,754 ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है जिसमें रोजाना करीब 2 करोड लोग सफर करते हैं। अगर इस लिस्ट में 3000 नई ट्रेने जोड़ दी जाये तो वेटिंग लिस्ट की परेशानी खत्म हो जाएगी।

कोरोना काल से पहले के मुकाबले अब 568 ट्रेनों का फेरा बढ़ाया जा चुका है, लेकिन रेलवे के आंकड़ों के अनुसार 2030 तक ट्रेनों में सालाना 1000 करोड़ लोग सफर करने लगेंगे। जिसके लिए 30% नई ट्रेनें जोड़ दी जाये तो वेटिंग लिस्ट का झंझट खत्म हो जायेगा। इसके बाद ना तो त्यौहार के समय और ना ही पीक ऑवर में भागदौड़ होगी।

कितनी ट्रेन जोड़ने की तैयारी

रेल मंत्री ने बताया कि ऐसी पुरानी ट्रेनों की जगह नई ट्रेन लाई जाएगी जिनकी स्पीड नहीं बढ़ाई जा सकती। इसके लिए अगले 15 साल में 7000 से 8000 नई ट्रेन शुरू की जाएगी। इससे 3 से 4 हजार ट्रेनों की संख्या में इजाफा होगा।

मालगाड़ियों के लिए स्पेशल रूट बनाए जाने के बाद 6000 किलोमीटर का ट्रैक खाली हो जायेगा। इसके बाद पैसेंजर ट्रेनों को ज्यादा खाली रूट मिल जाएगा और इस कारण ट्रेनों की संख्या बढ़ाने में कोई परेशानी नहीं आएगी।