Vaishno Devi : वैष्णो देवी जाने से पहले जान लें ये ये बातें – वरना मुश्किल में पड़ जाएंगे!

Mata Vaishno Devi :  अगर आप भी हाल ही में माता वैष्णो देवी के दर्शन करने का प्‍लान कर रहे हैं तो यह खबर आपके ल‍िए बेहद अहम है. दरसअल, कटरा में रिकॉर्ड तोड़ बारिश से श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है। पिछले 43 सालों में सबसे ज्यादा बारिश इस बार हुई है। इसके चलते श्राइन बोर्ड की ओर से गुफा को निकलने वाले रास्ते पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

इसी के साथ श्रद्धालुओं को दी जाने वाली कई सुविधाओं पर भी रोक लगी है। ऐसे में यदि आप वैष्णो देवी दर्शन करने जाना चाहते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। आइए वैष्णो देवी के रास्ते लगाए गए सभी प्रतिबंध के बारे में जानते हैं, ताकि आपको दिक्कत ना हो।

नया मार्ग फिलहाल बंद है

नया मार्ग फिलहाल बारिश के कारण बंद है। ऐसे में वैष्णो देवी जाने वाले श्रद्धालुओं को पुराने रास्ते का सहारा लेना पड़ रहा है। श्री माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड सीईओ अंशुल गर्ग ने ने बताया कि लैंडस्लाइड फ्लाइट के खतरे को देखते हुए अब आगमन पर प्रतिबंध लगाया गया है। बीते 24 घंटे में बेसकैंप कटरा में रिकॉर्ड 315.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग की ओर से जारी बयान के मुताबिक, 1980 के बाद से यह सबसे ज्यादा बारिश है।

हेलीकाप्टर सेवा निलंबित

खराब मौसम के बीच कटरा से सांझी छत तक हेलीकॉप्टर सेवा भी निलंबित कर दी गई है। अधिकारियों की ओर से कहा गया कि त्रिकुटा पहाड़ियों की चोटी पर स्थित माता के मंदिर तक फिलहाल पुराने रास्ते से ही पहुंचा जा सकेगा। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के कटरा में इस बार पिछले 43 साल में सबसे ज्यादा बारिश हुई है।

वहीं माता वैष्णो देवी आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्काईवॉक प्रोजेक्ट पर भी काम चल रहा है। सितंबर मनीष परियोजना पूरा होने की उम्मीद है। इसे बनाने में 15 करोड़ लगाया जा रहा है।