कोलकाता (Kolkata Rape Case) के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या का मामला इस वक्त काफी तेजी से चर्चा में छाया हुआ है जहां कोलकाता रेप और मर्डर केस (Kolkata Rape Case) के मुख्य आरोपी संजय राँय को पुलिस ने हिरासत में लिया है. इसके बाद कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को भी गिरफ्तार किया गया है जो सीबीआई (CBI) की रडार पर है.
सीबीआई ने संदीप घोष का सारा इतिहास खंगाल दिया और अब उनके छिपे हुए सारे अपराध उजागर हो चुके हैं. सीबीआई द्वारा बताया गया है कि संदीप घोष के बलात्कार और हत्या की घटना में ‘गलत लाभ’ के लिए अन्य अभियुक्ति के साथ आपराधिक साठ गाठ थी और वह अस्पताल में काली कमाई का कारोबार चलाता था.
सीबीआई ने किया खुलासा
सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (Kolkata Rape Case) के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा किया है और बताया है कि वह काली कमाई का कारोबार चलाने के लिए अस्पताल में अपने करीबी लोगों को रखता था. पहले वह मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में तैनात थे और वहां के दो वेंडर्स को ही आरजी कर अस्पताल के ठेके भी दिए. उसने अपने सुरक्षा अफसर की बीवी को ही आरजी कर अस्पताल में कैफे चलाने का ठेका दे दिया था.
कोर्ट ने सीबीआई को लगाई फटकार
आपको बता दे कि कोलकाता रेप और मर्डर केस (Kolkata Rape Case) में 6 सितंबर को कोलकाता की एक कोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान सीबीआई के एक वकील करीब 50 मिनट देरी से कोर्ट में पहुंचे जिसे लेकर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नाराज हो गए और उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि क्या मुझे संजय राँय को जमानत देनी चाहिए, इस तरह की देरी सीबीआई के सुस्त रवैये को दर्शाती है. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.
आपको बता दे की 9 अगस्त को मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में महिला डॉक्टर (Kolkata Rape Case) का शव मिला था जहां पोस्टमार्टम के बाद हत्या से पहले रेप की पुष्टि हुई है. साथ ही साथ महिला के शरीर के कई हिस्से पर बुरी तरह चोट के निशान नजर आए. इसके बाद देश भर में डॉक्टरों का हड़ताल शुरू हो गया.